उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है. यह वारंट (Arrest Warrant) 2014 में देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में जारी किया गया है. कोर्ट ने उन्हें 24 जनवरी तक पेश होने को कहा है. यह वारंट एमपी-एमएलए कोर्ट की तरफ से जारी किया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ यह कोई नया गिरफ्तारी वारंट नहीं है. इन्होंने 2016 से हाईकोर्ट से इस मामले में स्टे ले रखा है. 6 जनवरी को इस मामले में सुनवाई होनी थी. लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य जब बुधवार को अदालत में हाजिर नहीं हुए तो अपर मुख्य दंडाधिकारी एमपी-एमएलए ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट को फिर से जारी कर दिया.
बता दें, स्वामी प्रसाद मौर्य मंगलवार को तब अचानक सुर्खियों में आ गए थे, जब अचानक उनके मंत्री पद से इस्तीफा देकर बीजेपी से अलग होने की खबर आई. इतना ही नहीं उनके बाद तीन अन्य बीजेपी विधायकों ने भी पार्टी छोड़ दी. वहीं बुधवार को एक और विधायक दारा सिंह भी बीजेपी से अलग हो गए. ये सभी स्वामी प्रसाद मौर्य के करीबी बताए जा रहे हैं.
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माना जा रहा है कि कुछ ही दिनों में ये सभी नेता समाजवादी पार्टी में शामिल हो जाएंगे. इससे पहले समाजवादी पार्टी ने अखिलेश और स्वामी प्रसाद मौर्य की तस्वीर जारी कर उनका पार्टी में स्वागत भी किया है. हालांकि आधिकारिक घोषणा अभी बाकी है.