Bihar Politics: केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले (Ramdas Athawale) के नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को लेकर किए गए दावे के बाद सियासत तेज हो गई है. अब बीजेपी सांसद सुशील मोदी (Sushil Modi) ने इस पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने रविवार (30 जुलाई) को कहा कि अगर वह (नीतीश कुमार) आना भी चाहें तो बीजेपी (BJP) इसके लिए तैयार नहीं है.
उन्होंने कहा कि रामदास आठवले न तो बीजेपी के प्रवक्ता हैं और न ही एनडीए प्रवक्ता हैं. वह एक पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री हैं इसलिए यह उनकी निजी राय होगी. सुशील मोदी ने कहा कि बीजेपी ने अपने सभी दरवाजे बंद कर लिए हैं. वह एक बोझ बन गए हैं. मुझे संदेह है कि क्या आरजेडी ये लंबे समय तक सहन कर पाएगी.
सुशील मोदी ने कहा कि वोट ट्रांसफर करने की उनकी क्षमता समाप्त हो गई है. पिछले विधानसभा चुनाव में यह देखा गया था कि अगर नरेंद्र मोदी नहीं आते, तो वह (नीतीश कुमार) 44 सीटें नहीं जीत पाते. राजनीति में, आप महत्वपूर्ण हैं यदि आपके पास वोट की ताकत है नहीं तो आपका कोई महत्व नहीं है.
उन्होंने कहा कि रामदास आठवले न तो बीजेपी के प्रवक्ता हैं और न ही एनडीए प्रवक्ता हैं. वह एक पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री हैं इसलिए यह उनकी निजी राय होगी. सुशील मोदी ने कहा कि बीजेपी ने अपने सभी दरवाजे बंद कर लिए हैं. वह एक बोझ बन गए हैं. मुझे संदेह है कि क्या आरजेडी ये लंबे समय तक सहन कर पाएगी.
वहीं, रामदास आठवले के इस दावे पर झारखंड के पूर्व सीएम और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुबर दास ने कहा कि नीतीश कुमार शुरू से ही एनडीए के सहयोगी रहे हैं. मुझे लगता है कि उन्होंने शायद रामदास आठवले से बात की होगी और कुछ कहा होगा.
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने शनिवार को कहा था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कभी भी एनडीए में लौट सकते हैं.
उन्होंने नीतीश कुमार से महाराष्ट्र में होने वाली विपक्षी नेताओं की तीसरी बैठक में शामिल नहीं होने का भी आग्रह किया. रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के प्रमुख आठवले ने कहा कि नीतीश हमारे हैं, हमारे पास कभी भी आ सकते हैं.
उन्होंने कहा था कि एनडीए के भीतर नीतीश की कमी हमेशा महसूस की जाती रही है. जनता दल (यूनाइटेड) नेता के साथ लंबे जुड़ाव का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह एक अच्छे दोस्त हैं.