बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक (BJP Executive Meeting) की बैठक के दूसरे गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया जिसे पास कर लिया गया है. इस प्रस्ताव में गुजरात दंगों (Gujarat Riots) को लेकर जिस तरीके से सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने फैसला दिया, उसका स्वागत किया गया वहीं, दूसरी ओर केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का भी स्वागत किया. जिसकी जानकारी असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति की बैठक के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय कार्यकारी समिति की बैठक के पहले दिन हमने आर्थिक संकल्प पर चर्चा की. आज दूसरे दिन राजनीतिक संकल्प पर चर्चा की बारी है. गृह मंत्री अमित शाह ने प्रस्ताव पेश किया और इसे सर्वसम्मति से पारित किया गया."
हिमंत ने कहा कि आज विपक्ष बंटा हुआ है. कांग्रेस सदस्य पार्टी में लोकतंत्र स्थापित करने के लिए लड़ रहे हैं, लेकिन डर के मारे पार्टी अध्यक्ष का चुनाव नहीं कर रहे हैं. कांग्रेस को 'मोदी फोबिया' है. वह राष्ट्रहित में लिए गए हर फैसले का विरोध कर रहे हैं."
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सरमा के मुताबिक, शाह ने राजनीति में जातिवाद, वंशवाद और तुष्टीकरण को बहुत बड़ा अभिशाप बताया और कहा कि देश की राजनीति से इनका अंत होकर ही रहेगा. शाह ने कहा कि आज कांग्रेस हताशा और निराशा में केंद्र सरकार की हर कल्याणकारी योजना का विरोध करती है, वह चाहे सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक हो, कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त करना हो या फिर कोरोना वायरस रोधी टीकाकरण हो. शाह ने यह भी कहा कि अगले 30 से 40 साल भाजपा के होंगे और भारत 'विश्वगुरू' बनेगा
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