गुजरात सरकार (Gujrat Government) की ओर से गठित एसआईटी (SIT) की रिपोर्ट से चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. इस रिपोर्ट की बातें सामने आते ही बीजेपी (BJP) ने कांग्रेस (Congress) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी ने सीधे तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) पर हमला बोला है.
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'तीस्ता ने कांग्रेस के इशारे पर काम किया'
दरअसल एसआईटी के हलफनामे (Affidavit) आधार बनाकर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) शनिवार को मीडिया से मुखातिब हुए. संबित पात्रा ने कहा कि तीस्ता सीतलवाड़ (Teesta Setalvad) ने गुजरात सरकार को गिराने के लिए साजिश (Conspiracy) रची. संबित पात्रा ने कहा कि तीस्ता सीतलवाड़ ने जो कुछ भी किया, वो कांग्रेस के इशारे पर किया और इसके एवज में तीस्ता को कांग्रेस की ओर से करीब 30 लाख रुपये का भुगतान किया गया था. एसआईटी के हवाले से बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि तीस्ता सीतलवाड़ और उनके साथी मानवता के तहत नहीं, बल्कि राजनीतिक मंसूबे के साथ काम कर रहे थे.
'नरेंद्र मोदी को बदनाम करना मकसद'
संबित पात्रा ने आगे कहा कि इन लोगों के सिर्फ दो मकसद थे. पहला, तत्कालीन गुजरात की सरकार को अस्थिर किया जाए और दूसरा, बेगुनाह लोगों को इसमें शामिल किया जाए. जिनमें से एक नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का नाम भी है. संबित पात्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि अहमद पटेल (Ahmed Patel) ने सिर्फ पैसों का भुगतान किया था. नरेंद्र मोदी को अपमानित और बदनाम करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसके बाद न जाने कितने करोड़ रुपए दिए.
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आपको बता दें कि गुजरात दंगों (Gujrat Riots) में तीस्ता की भूमिका की जांच कर रही SIT ने कोर्ट में जो हलफनामा दिया है. उसके मुताबिक 2002 के गुजरात दंगों के बाद सामाजिक कार्यकर्ता (Activist) तीस्ता सीतलवाड़ ने तत्कालीन गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी को बदनाम करने की साजिश रची थी. इसके लिए तीस्ता ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार (Political Advisor) रहे अहमद पटेल से 30 लाख रुपए लिए थे. तीस्ता को अहमद पटेल से एक बार 5 लाख और एक बार 25 लाख रुपये मिले थे. हलफनामे में कहा गया है कि इस साजिश में तीस्ता के साथ उस वक्त के गुजरात के DGP आरबी श्रीकुमार और पूर्व IPS संजीव भट्ट भी शामिल थे.