केंद्र सरकार ने राजीव गांधी फाउंडेशन (Rajiv Gandhi Foundation) का FCRA यानी विदेशी योगदान नियमन अधिनियम लाइसेंस रद्द कर दिया है. इस फैसले के बाद अब राजीव गांधी फाउंडेशन विदेशी फंड नहीं ले सकेगी. फिलहाल कांग्रेस (Congress) की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) इस फाउंडेशन की अध्यक्ष हैं और बाकी ट्रस्टियों में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह (manmohan Singh), पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा औक मोटेंक सिंह अहलूवालिया भी शामिल हैं.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गृह मंत्रालय ने राजीव गांधी फाउंडेशन समेत राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट की चीन से फंडिंग होने के मामले की जांच के लिए 2020 में एक कमेटी का गठन किया था. इसी कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर FCRA लाइसेंस रद्द किया गया. गौरतलब है कि बीजेपी फाउंडेशन पर लंबे समय से विदेशी फंडिंग का आरोप लगा रही थी. हालांकि कांग्रेस ने केंद्र के इस कदम की आलोचना करते हुए इसे ओछी राजनीति से प्रेरित कदम बताया है.