गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने चंडीगढ़ दौरे पर सरकारी कर्मचारियों (Central Civil Services Rules) के लिए ऐसे कई ऐलान कर दिए जिनसे राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. शाह ने यहां भी केंद्रीय सर्विस नियम लागू करने का ऐलान किया है. शाह के इस कदम की पंजाब में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) और दूसरे दलों ने निंदा की है.
शाह ने रविवार को चंडीगढ़ में कहा कि महिला कर्मचारियों को शिशु की देखभाल के लिए मौजूदा एक साल के अवकाश की जगह अब दो साल का अवकाश दिया जाएगा. शाह के ऐलान पर दिल्ली के डिप्टी सीएम सिसोदिया (Manish Sisodia) ने ट्वीट किया, '2017 से 2022 तक कांग्रेस ने पंजाब पर शासन किया. शाह ने तब चंडीगढ़ की शक्तियां नहीं छीनी थीं. पंजाब में AAP सरकार बनते ही शाह ने चंडीगढ़ की सेवाएं छीन लीं. AAP के बढ़ते कदमों से बीजेपी डरी हुई है.'
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बता दें कि शाह ने चंडीगढ़ में कई लोकलुभावन ऐलान किए. उन्होंने कहा कि केंद्र शासित क्षेत्र में कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की उम्र 58 साल से बढ़ा कर 60 साल कर दी गई है. उन्होंने एकीकृत कमांड एवं नियंत्रण केंद्र के साथ ही सीटीयू बस डिपो एवं कार्यशाला, पुलिस हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में 68 करोड़ की लागत से 336 फ्लैट्स के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया. उन्होंने चंडीगढ़ पुलिस को नई स्कॉर्पियों और बाइक की भी सौगात दी.
इस घोषणा की शिरोमणि अकाली दल नेता दलजीत सिंह चीमा ने आलोचना की. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के नियमों को चंडीगढ़ के कर्मचारियों पर थोपने का गृह मंत्रालय का फैसला पंजाब पुनर्गठन अधिनियम की भावना का उल्लंघन है और इसपर पुनर्विचार किया जाना चाहिए.
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