राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर (Udaipur) में कांग्रेस (Congress) का 3 दिन का चिंतन शिविर खत्म हो गया है. पार्टी ने वन फैमिली-वन टिकट, संगठन में युवाओं को आरक्षण, देशभर में पदयात्रा निकालने जैसे कई अहम फैसले लिए हैं. चिंतन शिविर के आखिरी दिन राहुल गांधी ने कहा कि करीब 35 मिनट की स्पीच दी. इस दौरान उन्होंने कहा- हम फिर जनता के बीच जाएंगे, उससे अपने रिश्ते मजबूत करेंगे और ये काम शॉर्टकट से नहीं होगा. ये पसीने से होगा यानी कड़ी मेहनत से.
राहुल गांधी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा राहुल ने कहा- देश में आग लगने वाली है, मैंने आपको कोविड से पहले चेताया था, अब फिर कह रहा हूं . ये (भाजपा लीडर्स) देश के इंस्टीट्शन को तोड़ रहे हैं, ये जितना संस्थानों को खत्म करेंगे, उतनी ही आग लगेगी. यह हमारी जिम्मेदारी है कि देश में यह आग नहीं लगे. यह हमारे नेताओं-कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है. यह काम केवल कांग्रेस कर सकती है. इस देश में ऐसा कोई धर्म, जाति, व्यक्ति नहीं है, जो यह कह दे कि उसने कांग्रेस के लिए दरवाजे बंद कर दिए हों. कांग्रेस सबकी पार्टी है.
सोनिया गांधी ने क्या कहा?
शिविर के समापन अवसर पर स्पीच देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि हम जरूर लौटेंगेच. उन्होंने कहा कि सभी लोग मिलकर काम करेंगे. युवाओं को आगे बढ़ाने पर सीनियर नेता फोकस करे. 2 अक्टूबर से भारत जोड़ो अभियान शुरू किया जाएगा.
शिविर दिया गया अनेक सुझाव
इस चिंतन शिविर में नेतोओं की सुझाव की बात करें तो, आचार्य प्रमोद कृष्णन ने मीटिंग में कहा कि राहुल गांधी अगर अध्यक्ष नहीं बनना चाहते हैं, तो प्रियंका को कमान सौंपी जाए. उन्होंने कहा कि 2 साल से राहुल को मनाने की कवायद चल रही है. बैठक में G-23 कैंप के नेताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्लियामेंट्री बोर्ड बनाई जाए, जिससे फैसले लेने में देरी ना हो। इस बोर्ड में अध्यक्ष अपने अनुसार नियुक्ति करें. अजय माकन ने कहा कि वन फैमिली-वन टिकट का प्रपोजल रखा जाएगा. इस फॉर्मूले के तहत एक परिवार से एक व्यक्ति को टिकट दिया जाएगा. हालांकि, शर्तें लागू रहेगी.
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