Congress President Election: कांग्रेस (Congress) में लंबे समय के बाद अध्यक्ष (President) पद का चुनाव होने जा रहा है, लेकिन उससे पहले ही चुनाव प्रक्रिया (Election Process) पर सवाल उठने लगे हैं. यह सवाल किसी और ने नहीं, बल्कि कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी (Manish Tiwari) ने उठाए हैं. मनीष तिवारी ने मतदान करने वाले प्रतिनिधियों की सूची वेबसाइट (Website) पर सार्वजनिक करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि ऐसा तो क्लब के चुनाव में भी नहीं होता.
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दरअसल मनीष तिवारी ने बुधवार को एक के बाद एक कई ट्वीट किए. अपने एक ट्वीट में उन्होंने लिखा कि मधुसूदन मिस्त्री (Madhusudan Mistry) जी से पूरे सम्मान से पूछना चाहता हूं कि वोटर लिस्ट (Voter List) के सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हुए बिना निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव (Fair and Free Elections) कैसे हो सकता है ? निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव का आधार यही है कि वोटर्स के नाम और पते कांग्रेस पार्टी की वेबसाइट पर पारदर्शी तरीके से प्रकाशित होने चाहिए. कांग्रेस के 'जी 23' गुट (G-23) में शामिल रहे तिवारी ने कहा कि 'यह 28 प्रदेश कांग्रेस कमेटी और आठ क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी का चुनाव नहीं है. कोई क्यों PCC दफ्तर जाकर पता करे कि वोटर कौन हैं ? सम्मान के साथ कहना चाहता हूं कि ऐसा क्लब के चुनाव में भी नहीं होता है.'
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इससे पहले कांग्रेस के सीनियर नेता आंनद शर्मा (Anand Sharma) भी CWC की बैठक में मतदाता सूची पर सवाल उठा चुके हैं. गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने भी पार्टी को अलविदा कहते वक्त कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को धोखा करार दिया था. बता दें कि 17 अक्टूबर को अध्यक्ष पद के लिए मतदान होना है.