कांग्रेस अध्यक्ष पद (Congress President Election) के लिए इस बार दो नॉन गांधी (Non Ghandhi) मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) और शशि थरूर (Shashi Tharoor) चुनाव मैदान जोर आजमाइश कर रहे हैं, इससे पहले कांग्रेस में अध्यक्ष पद का चुनाव सन 2000 में हुआ था जब दिवंगत जितेंद्र प्रसाद ( jitendra prasad) ने सोनिया गांधी (Sonia ghandhi) के खिलाफ ताल ठोका था. इस चुनाव में जितेन्द्र प्रसाद की करारी हार हुई थी. लेकिन इस बार न सिर्फ सोनिया गांधी बल्कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा भी अध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर रहने का फैसला किया है. चलिए जानते हैं कि 22 साल पहले क्या हुआ था ?
जितेंद्र प्रसाद को मिली थी करारी शिकस्त
सोनिया के सर्वसम्मति से जीतने की उम्मीद
जितेन्द्र प्रसाद ने आखिरी दिन भरा पर्चा
9 नवबंर 2000 को अध्यक्ष के लिए मतदान
जितेन्द्र प्रसाद पर नाम वापसी का दबाव था
नाम वापस लेने से प्रसाद ने किया इनकार
यूपी के शाहजहांपुर से एमपी थे जितेन्द्र
पीएम नरसिम्हा राव कैंप के माने जाते थे
पीएम नरसिम्हा राव के राजनीतिक सलाहकार
चुनाव में समर्थन के लिए पूरे देश का दौरा
राजीव स्मारक स्थल श्रीपेरंबदूर से शुरुआत
चुनाव के बाद गड़बड़ी का आरोप लगाया
डेलिगेट्स की लिस्ट को फर्जी बताया
एकतरफा चुनाव में जीतीं सोनिया
सोनिया गांधी को मिले 7448 वोट
जितेन्द्र प्रसाद को मिले मात्र 94 वोट