कांग्रेस अध्यक्ष पद (Congress President Election) और राजस्थान के सीएम पद पर बने रहने के मोह की वजह से अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हो चुके हैं. इसके बाद ये चुनाव बेहद रोचक हो गया है. इस रेस में दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) का नाम भी शामिल हो गया है. अब शशि थरूर (Shashi Tharoor) और दिग्विजय सिंह के बीच मुकाबला बताया जा रहा है, लेकिन दिग्विजय सिंह के नाम की चर्चा अधिक हो रही है. दिग्विजय सिंह का राघौगढ़ रियासत के राजपरिवार (Raghogarh royal family) से राजनीति तक का सफर बेहद दिलचस्प है.
Congress Presidential Election: गहलोत नहीं लड़ेंगे चुनाव, सीएम बने रहने पर सोनिया लेंगी फैसला
- दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश की राघौगढ़ रियासत के राजपरिवार से आते हैं. उनके पिता बलभद्र सिंह भी विधायक थे.
- दिग्विजय ने महज 22 साल की उम्र में पहली बार नगर पालिका का चुनाव लड़ा और जीते.
- पहली बार 1977 में राघौगढ़ से विधायक चुने गए.
- 1980 के विधानसभा चुनाव में राघौगढ़ से चुने गए और तत्कालीन सीएम अर्जुन सिंह की कैबिनेट में जगह मिली.
- 1984 और 1992 में राजगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने गए.
- इस दौरान उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया.
- साल 1993-2003 तक 10 साल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे.
- मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी के बाद कांग्रेस केन्द्रीय नेतृत्व ने पार्टी का महासचिव बनाया.
- दिग्विजय सिंह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते हैं तो ऐसा करने वाले वो मध्य प्रदेश के दूसरे नेता होंगे. इससे पहले 1972 से 1974 तक शंकर दयाल शर्मा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं.
- दिग्विजय सिंह की दो शादियां हुई हैं. पहली पत्नी राणा आशा कुमारी की मौत के बाद 2015 में अमृता राय से शादी रचाकर सुर्खियों में आए.
Bihar Firing: पटना में बालू माफिया के बीच गैंगवार, दर्जनों राउंड फायरिंग में 4 की मौत