कर्नाटक में बीजेपी कार्यकर्ता और कॉन्ट्रैक्टर संतोष पाटिल के सुसाइड का मामला (Contractor Santosh Patil death case) गहराता जा रहा है और इस मामले में घिरती जा रही है राज्य की बीजेपी सरकार. बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (CM Siddaramaiah) और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) की अगुवाई में कांग्रेस ने राज्यपाल थावर चंद गहलोत (Thawar Chand Gehlot) से मुलाकात की. कांग्रेस ने इस मामले में कटघरे में आए मंत्री केएस ईश्वरप्पा (KS Eshwarappa) को बर्खास्त करने की मांग की है. इसी बीच पूरे मामले पर मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने साफ कर दिया है कि वो इस्तीफा नहीं देंगे.
'काम के बदले 40% कमीशन की मांग'
मंत्री केएस ईश्वरप्पा पर कॉन्ट्रैक्टर संतोष पाटिल को खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप है. ईश्वरप्पा (Eshwarappa) के खिलाफ FIR दर्ज हो चुकी है. इससे पहले खुद संतोष पाटिल ने पीएम मोदी को एक खत लिखकर ईश्वरप्पा पर काम के बदले 40 फीसदी कमीशन की मांगने का आरोप लगाया था.
क्या है पूरा मामला ?
कॉन्ट्रैक्टर संतोष पाटिल का शव 12 अप्रैल को उडुपी के लॉज मिला था. उन्होंने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा जिसमें मंत्री ईश्वरप्पा पर रिश्वत का आरोप लगाया था. संतोष ने मंत्री पर प्रोजेक्ट की कुल लागत का 40 प्रतिशत रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था. सुसाइड नोट में लिखा था कि मेरी मौत के लिए पूरी तरह से मंत्री केएस ईश्वरप्पा जिम्मेदार हैं.