Delhi News: दिल्ली की केजरीवाल सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम (minister in kejriwal government rajendra pal gautam) ने कथित तौर पर धार्मिक भावनाएं (religious sentiments) भड़काने के आरोपों के बीच अपने पद से इस्तीफा (resigns) दे दिया है. केजरीवाल सरकार में समाज कल्याण मंत्री रहे राजेंद्र पाल गौतम पर आरोप है कि उन्होंने एक कार्यक्रम में हिंदू-देवताओं का बहिष्कार करने की शपथ ली थी. जिसमें शपथ ये दिलाई गई कि ब्रह्मा-विष्णु-महेश को कभी ईश्वर नहीं मानेंगे. राजेंद्र गौतम शुक्रवार को बौद्ध धर्म की दीक्षा दिलाने वाले एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे.
वहीं दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री रहे राजेंद्र पाल गौतम ने इस्तीफा देते हुए कहा कि मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं, लेकिन मैं नहीं चाहता कि मेरी वहज से पार्टी पर किसी भी तरह की आंच आए.
यह भी पढ़ें: CM केजरीवाल का तंज- थोड़ा chill करो LG साहिब...! इतनी तो मेरी पत्नी भी मुझे नहीं डांटती
अपने इस्तीफे की जानकारी देते हुए राजेंद्र पाल गौतम ट्वीट करते हुए लिखा, आज महर्षि वाल्मीकि जी का प्रकटोत्सव दिवस है और दूसरी ओर मान्यवर कांशीराम साहेब (Kanshi Ram Saheb) की पुण्यतिथि भी है. ऐसे संयोग में आज मैं कई बंधनों से मुक्त हुआ और आज मेरा नया जन्म हुआ है. अब मैं और अधिक मजबूती से समाज पर होने वाले अत्याचारों व अधिकारों की लड़ाई को बिना किसी बंधन के जारी रखूंगा.
दरअसल शुक्रवार यानी 5 अक्टूबर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जहां हजारों लोग बौद्ध धर्म में परिवर्तित होने और हिंदू देवताओं को भगवान नहीं मानने का संकल्प लेते नजर आए थे. बीजेपी ने कहा था कि यह बौद्ध और हिंदू धर्म मानने वालों को लड़वाने की कोशिश है. बीजेपी ने राजेंद्र गौतम से हिंदू समाज से माफी मांगने की भी मांग की थी. खबर है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी उनसे काफी नाराज थे.
यह भी पढ़ें: केजरीवाल के मंत्री की मौजूदगी में शपथ कहा- 'राम-कृष्ण को नहीं मानूंगा, हिंदू देवताओं की नहीं करेंगे पूजा'