यूपी समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव से ऐन पहले देश के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी(Hamid Ansari) ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में देश में नागरिक राष्ट्रवाद को सांस्कृतिक राष्ट्रवाद से बदलने की कोशिशें हो रही हैं. पूर्व उपराष्ट्रपति ने ये भी कहा कि धार्मिक बहुमत को राजनीकि एकाधिकार के रूप में पेश करके मजहब के आधार पर असहिष्णुता को हवा दी जा रही है. हामिद अंसारी ने गणतंत्र दिवस के मौके पर वॉशिंगटन में आयोजित वर्चुअल इवेंट को संबोधित करते हुए ये बातें कही.
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई(ISI) से जुड़ी संस्था के एक कार्यक्रम में हामिद अंसारी ने ये विवादित बयान दिया है. इस कार्यक्रम में एक अमेरिकी सीनेटर और निचले सदन यानी यूएस कांग्रेस के भी तीन सांसद मौजूद थे. वॉशिंगटन में इस इवेंट का आयोजन 17 अमेरिकी संगठनों के समूह की ओर से किया गया था. इनमें से एक संगठन इंडियन-अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल भी है. इसे त्रिपुरा सरकार सुप्रीम कोर्ट में दिए अपने एफिडेविट में राज्य में हुए सांप्रदायिक दंगों के लिए जिम्मेदार ठहरा चुकी है. इस संगठन पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े होने का आरोप है. हामिद अंसारी की बात करें तो उपराष्ट्रपति पद से से इस्तीफे के बाद से ही वह लगातार पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना करते रहे हैं.