प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (Pragatishil Samajwadi Party) चीफ शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh yadav) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bhartiya Samaj Party) प्रमुख ओपी राजभर (OP Rajbhar) के साथ बनते बिगड़ते रिश्तों के बीच समाजवादी पार्टी ने दोनों को साफ साफ आईना दिखा दिया है. पार्टी ने दो टूक संदेश देते हुए पत्र जारी कर दिया है जिसमें साफ साफ नाम लेकर कहा गया है कि अगर आपको लगता है, कहीं ज्यादा सम्मान मिलेगा तो वहां जाने के लिए आप स्वतंत्र हैं.
चाचा शिवपाल सिंह यादव के लिए जहां सिर्फ दो लाइन में यही बात लिखी गई है, वहीं ओमप्रकाश राजभर को भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि समाजवादी पार्टी लगातार भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ लड़ रही है, आपका भारतीय जनता पार्टी के साथ गठजोड़ है और आप लगातार भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं. अगर आपको लगता है, कहीं ज्यादा सम्मान मिलेगा तो वहां जाने के लिए आप स्वतंत्र हैं.
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गौरतलब है कि यूपी चुनाव 2022 के तुरंत बाद जहां शिवपाल सिंह यादव के साथ पार्टी और अखिलेश के रिश्ते तल्ख हो गए थे... वहीं, राजभर के साथ अखिलेश की दूरियां हाल के दिनों में बढ़ीं... राष्ट्रपति चुनाव में एसपी के पाले के कई विधायकों ने क्रॉस वोटिंग भी की. इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवपाल सिंह यादव ने कहा था कि मेरी चिट्ठी के असर के चलते एसपी में क्रॉस वोटिंग हुई. शिवपाल ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुने जाने पर उन्होंने बधाई भी दी.
वहीं, एसपी के पत्र पर ओपी राजभर ने भी प्रतिक्रिया दी. राजभर ने कहा कि उनका अगला कदम बीएसपी होगा. उन्होंने अखिलेश को चमचों से घिरा हुआ बताया.
वहीं, राजभर को वाई कैटिगरी की सिक्योरिटी दी गई है. पिछले कई दिनों से अखिलेश के खिलाफ मोर्चा खोलकर बैठ राजभर ने भी राष्ट्रपति चुनाव के बाद गठबंधन तोड़ने पर बयान दिया. राजभर ने कहा कि तलाक होगा और उसके बाद नए निकाह के बारे सोचा जाएगा.
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पत्रकारों से बात करते हुए ओपी राजभर ने फिर कहा कि अखिलेश के नवरत्न कभी उन्हें उनसे मिलने नहीं देते. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि अखिलेश के नवरत्न उन्हें गलत सलाह देते हैं, वो एसी कमरों में बैठकर फोन पर आजमगढ़ और रामपुर में वोट दिलवा रहे थे जबकि राजभर जमीन पर संघर्ष कर रहे थे.