सपा नेता और MLC स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने रामचरितमानस (Ramcharitmanas) को बकवास बताया है. मौर्य बोले कि रामचरितमानस में जो भी लिखा है, उसे तुलसीदास (Tulsidas) ने अपनी खुशी के लिए ही लिखा है. रामचरितमानस पर आपत्ति जताते हुए मौर्य ने कहा कि किसी भी धर्म में किसी को गाली देने का अधिकार नहीं दिया गया लेकिन रामचरितमानस में शूद्रों को अधम जाति का होने का सर्टिफिकेट दिया गया है.
मौर्य ने मांग की है कि सरकार को आपत्तिजनक अंशों को बाहर कर देना चाहिए या पूरी पुस्तक पर ही बैन लगा देना चाहिए. बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री पर टिप्पणी करते हुए मौर्य ने कहा कि दुर्भाग्य है कि धर्म के ठेकेदार ही धर्मी की नीलामी में लगे हैं.