कांग्रेस ने बुधवार को दावा किया कि, "मध्य प्रदेश सरकार अपने 'अपराध' को छिपाने के लिए पटाखा कारखाना त्रासदी में मरने वालों की वास्तविक संख्या का खुलासा नहीं कर रही है." कांग्रेस ने इस मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच की मांग की है.
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया, ‘‘हताहतों की वास्तविक संख्या आधिकारिक आंकड़ों से अधिक है। यह सरकार द्वारा मृतकों की वास्तविक संख्या को छिपाने की साजिश है, अनेक शव हैं... सरकार और प्रशासन अपना गुनाह छुपा रहे हैं.’ उन्होंने विस्फोट-आग हादसे को ‘‘सरकार द्वारा निर्मित अपराध’’ करार दिया और प्रत्येक मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपये, प्रत्येक घायल को 10 लाख रुपये और लापता व्यक्तियों के परिजनों को एक करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने की मांग की.
विस्फोट स्थल का दौरा करने और घायल लोगों से मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव को लोगों से माफी मांगनी चाहिए और अधिकारियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत हत्या के आरोप में मामला दर्ज किया जाना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह सरकार द्वारा प्रेरित अपराध है। यह सरकार की लापरवाही के कारण हुई हत्या है.’’ पटवारी ने दावा किया कि कारखाने में मौतों का इतिहास रहा है लेकिन अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई की स्थिति ज्ञात नहीं है. हरदा के पास मंगलवार की सुबह एक कारखाने में हुए विस्फोट और भीषण आग में मरने वालों की संख्या 11 है, जबकि घायलों की संख्या 174 है.
Harda Factory Blast: पटाखा फैक्ट्री के दो मालिक गिरफ्तार, ब्लास्ट में 11 लोगों की गई जान, 174 घायल