हरीश रावत की नाराजगी अब खत्म हो गई है. अब वो कांग्रेस के लिए जिंदगी लुटाने की बातें कर रहे हैं. शुक्रवार को दिल्ली में आलाकमान के साथ हुई बैठक में पार्टी ने फैसला किया है कि उत्तराखंड में कांग्रेस हरीश रावत की अगुआई में ही विधानसभा चुनाव लड़ेगी.
रावत की नाराजगी वाले ट्वीट्स के बाद शुक्रवार को उत्तराखंड कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने करीबन ढाई घंटे लंबी बैठक की. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल (Ganesh Godiyal) ने बैठक के बाद कहा कि पार्टी हरीश रावत के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी, मुख्यमंत्री का फैसला चुनाव के बाद विधायक करेंगे.
तो वहीं पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस में चुनाव के बाद ही विधायकों की बैठक में तय होता है कि कौन मुख्यमंत्री होगा, उत्तराखंड में भी यही होगा. रावत ने आगे कहा कि, कैंपेन कमेटी की तरफ से मैं चुनाव लीड करूंगा और सभी लोग सहयोग देंगे.
आपको बता दें कि बुधवार को अपनी नाराजगी जताते हुए रावत ने कई ट्वीट्स किए थे और कहा था कि उन्हें सहयोग नहीं मिल रहा, उनके हाथ पांव बंधे हुए हैं. फिर उन्होंने विश्राम की बात कह कर आलाकमान को नाराजगी का संदेश दे दिया था. आपको बता दें कि उत्तराखंड में कांग्रेस की जीत बिना हरीश रावत के एक्टिव सहयोग के काफी मुश्किल है.