1 जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) को लेकर राजधानी दिल्ली में हाई लेवल बैठक हुई. जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह(AMIT SHAH) जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा, होम सक्रेटरी अजय भल्ला (Ajay bhalla),इंटेलिजेंस ब्यूरो के चीफ तपन डेका और सीआरपीएफ डायरेक्टर जनरल एस. एल थाओसेन समेत कई अधिकारी शामिल हुए. दरअसल अमरनाथ की पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए 62 दिनों की यात्रा एक जुलाई से शुरू होगी और 31 अगस्त तक जारी रहेगी. न्यूज एजेंसी पीटीआई को मिली खबरों के मुताबिक, खुफिया सूचनाएं मिली हैं कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन अमरनाथ यात्रा को बाधित करने की कोशिश कर सकते हैं. इसके मद्देनजर यात्रा मार्ग पर पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही है.
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श्रीनगर संभाग के आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी (vijay kumar bidhuri) ने बताया कि हम CCTV और अधिक रूट पर लगा रहे हैं. हमने कैंप की क्षमता में बढ़ोतरी की है और इस बार हम 75,000 से अधिक यात्रियों को अलग-अलग जगह पर रुकवा सकते हैं. हम अपने इंतज़ाम 8-9 लाख यात्रियों के हिसाब से कर रहे हैं. पवित्र गुफा ऊंचाई पर स्थित है इसलिए लोगों से अपील है कि आने से पहले वे अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें क्योंकि वह आम स्थान नहीं है.