देश के पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh Election) में चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है. हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों पर 12 नवंबर को मतदान होगा और 8 दिसंबर को नतीजे आएंगे. लेकिन हमेशा की तरह इस बार भी हिमचाल प्रदेश का चुनाव ज्यादा उम्र के मतदातओं के लिए याद किया जा रहा है. चुनाव आयोग ने बताया कि इस बार 1184 मतदाता (Voters) ऐसे में जिनकी उम्र 100 साल से ज्यादा है. ऐसे में सभी को श्याम शरण सिंह (Shyam Saran Singh Negi) नेगी फिर याद आने लगे हैं.
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कौन हैं शरण सिंह नेगी ?
अगर आप नहीं जानते, तो आपको बात दें श्याम शरण सिंह नेगी देश के पहले मतदाता हैं. उनका जन्म 1917 में हुआ था और अब वो 105 साल के हो चुके हैं. हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के रहने वाले श्याम शरण सिंह नेगी ने 33 साल की उम्र में पहली बार मतदान किया था. 1951 में जब देश पहली बार आम चुनाव हुए तो उन्होंने सबसे पहले मतदान किया. नेगी 51 साल पहले शिक्षक के पद से रिटायर हो चुके हैं और वो आज तक एक भी चुनाव में वोट देने से नहीं चूके. जानकारी के मुताबिक श्याम शरण नेगी अबतक 33 बार मतदान कर चुके हैं.
नेगी इस तरह देश के पहले मतदाता बने
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश में फरवरी 1952 में पहला लोकसभा चुनाव हुआ (1951–52 Indian general election), लेकिन किन्नौर (kinnaur) में भारी हिमपात के चलते पांच महीने पहले ही यानि अक्टूबर 1951 में ही चुनाव कराए गए. और पहले चुनाव के वक्त श्याम शरण सिंह नेगी किन्नौर के मूरंग स्कूल में शिक्षक की नौकरी कर रहे थे और उनकी चुनाव में ड्यूटी भी लगी थी. लेकिन नेगी का वोट उनके गांव कल्पा में था. तो इसके लिए उन्होंने सुबह वोट देकर ड्यूटी पर आने की इजाजत मांगी. वो सुबह 6:15 बजे मतदान स्थल पहुंचे और जल्द मतदान करवाने का आग्रह किया और मतदान करते ही शिक्षक श्याम शरण नेगी को आजाद भारत के पहले मतदाता बनने (India's first voter) का गौरव प्राप्त हुआ.
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