नरेंद्र मोदी की वह रैलियां (Narendra Modi Election Rally) अभी भी लोगों के जहन में जिंदा हैं, जिसमें वह कांग्रेस मुक्त भारत का आह्वान करते थे... मोदी 2014 में पीएम बने... 2019 में भी जीते... लगातार 10 साल से मोदी जिस बात से सड़क से संसद तक दोहरा रहे हैं... अब खुद उनके कैबिनेट मंत्री गडकरी उनकी उसी बात से उलट बात कहकर सुर्खियों में आ गए हैं. गडकरी ने साफतौर पर कांग्रेस मुक्त भारत की अवधारणा का विरोध कर दिया है.
पुणे में आयोजित जर्नलिज़म अवॉर्ड शो में गडकरी ने कहा कि क्षेत्रीय पार्टियों को विपक्ष की जगह लेने से बचाने के लिए कांग्रेस का मजबूत होना जरूरी है. किसी को भी सिर्फ चुनावी हार की वजह से निराश होकर पार्टी या विचारधारा नहीं छोड़नी चाहिए. उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं, कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत हो जाए... गौरतलब है कि फिलहाल, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में ही कांग्रेस सरकार है.
गडकरी ने कहा, 'लोकतंत्र के दो पहिए हैं- सत्ता पक्ष और विपक्ष... मजबूत विपक्ष लोकतंत्र के लिए जरूरी है. उन्होंने कहा कि कमजोर हो रही कांग्रेस की जगह क्षेत्रीय दलों ने ले ली है, यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है. गौरतलब है कि कांग्रेस के कार्यकाल में ही पी चिदंबरम के वित्त मंत्री रहते गडकरी की कंपनियों पर छापे पड़े थे और उन्हें बीजेपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था.
2024 तक America जैसी होंगी भारत की सड़कें...हाइवेमैन Nitin Gadkari का दावा