Jammu and Kashmir assembly election: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार (Rajeev Kumar) ने 16 मार्च को कहा कि लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होंगे. मीडिया को संबोधित करते हुए राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग सुरक्षा और विधायी मुद्दों के कारण जम्मू-कश्मीर विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ नहीं करा सकता है.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर छह साल से राष्ट्रपति शासन के अधीन है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुरूप चुनाव निकाय द्वारा 30 सितंबर तक विधानसभा चुनाव कराने की उम्मीद है.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, ''जम्मू और कश्मीर में सभी दलों ने कहा कि विधानसभा चुनाव संसदीय चुनावों के साथ होना चाहिए, लेकिन पूरी प्रशासनिक मशीनरी ने कहा कि यह एक साथ नहीं किया जा सकता है.'' उन्होंने कहा कि ''प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 10-12 उम्मीदवार होंगे, जिसका मतलब 1,000 से अधिक उम्मीदवार होंगे. हर प्रत्याशी को सुरक्षा उपलब्ध कराना है. इस समय यह संभव नहीं था.''
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