झारखंड (Jharkhand) में महाराष्ट्र (Maharastra) की तरह खेला होने का डर सूबे के सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) को डरा रहा है. यूपीए की अगुवाई सरकार को झारखंड में शिंदे गुट की तरह विधायकों (Mla,s) के बागी होने का खतरा नजर आ रहा है. इसलिए झारखंड की महागठबंधन सरकार(Mahagathbandhan) के सभी विधायकों को कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ शिफ्ट कर दिया गया है. रांची (Ranchi) में सीएम आवास से हेमंत सोरेन विधायकों को 2 बसों में लेकर एयरपोर्ट पहुंचे थे. यहां से सभी विधायक रायपुर (Raipur) गए, हालांकि वो खुद रायपुर नहीं गए हैं. उन पर अयोग्यता का खतरा मंडरा रहा है. सोरेने ने कहा कि वो हर मुश्किल का सामना करेंगे.
सभी विधायकों को मेफेयर रिसॉर्ट में ठहराया गया
बता दें कि सभी विधायकों को रायपुर के मेफेयर रिसॉर्ट ( Mayfair resort in Raipur) में ठहराया गया है, मेफेयर रिसॉर्ट में सभी 47 कमरों को भी बुक किया गया है. वहीं 1 सितंबर को शाम 4 बजे रांची में कैबिनेट की बैठक भी बुलाई गई है. सियासी हलकों में इस बात की चर्चा है कि चुनाव आयोग (Election Commission) द्वारा सीएम हेमंत सोरेन को अयोग्य ठहराने की सिफारिश की गई है. हालांकि झारखंड के राज्यपाल द्वारा अब तक चुनाव आयोग का फैसला नहीं बताया गया है. इसके बाद से सूबे में राजनीतिक उठापटक शुरू हो गई है.
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क्या कहते हैं आंकड़ें?
झारखंड में महागठबंधन की सरकार है जिसमें हेमंत सोरेन की झामुमो, कांग्रेस और आरजेडी शामिल हैं. महागठबंधन का दावा है कि उनके पास 50 से ज्यादा नंबर हैं. बता दें कि पिछले हफ्ते चुनाव आयोग की सिफारिश के तुंरत बाद विधायक मुख्यमंत्री के आवास पर इकट्ठा किए गए थे और बाद में खूंटी जिले में एक गेस्ट हाउस में पिकनिक पर चले गए थे. इसके बाद सभी वापस रांची लौटे थे.
बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग करने का आरोप
जेएमएम की ओर से बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग करने का आरोप लगाया गया है. बता दें कि सूबे में इससे पहले भी हेमंत सरकार गिराने की खबरें सामने आई थीं, जब पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के 3 विधायक पकड़े गए थे. इनके पास से 40 लाख से अधिक कैश पाया गया था.
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