Jignesh Mevani Bail: गुजरात (Gujarat) के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी (Jignesh Mevani) को आखिरकार दोबारा बेल मिल गया है. असम (Asam) के बारपेटा जिले की एक अदालत ने शुक्रवार को महिला पुलिस अधिकारी से कथित मारपीट के सिलसिले में जमानत दे दी. सबसे पहले कांग्रेस (Congress) समर्थित निर्दलीय विधायक मेवानी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के खिलाफ ट्वीट करने को लेकर 19 अप्रैल को गुजरात के पालनपुर शहर से गिरफ्तार किया गया था और कोकराझार लाया गया था.
इस मामले में उन्हें 25 अप्रैल को जमानत मिली थी. लेकिन जमानत मिलने के ठीक बाद उन्हें महिला पुलिस अधिकारी से मारपीट के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया. आरोप है कि 25 अप्रैल को जब मेवानी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ गुवाहाटी हवाईअड्डे से कोकराझार जा रहे थे, तो उन्होंने महिला अधिकारी से मारपीट की. मेवानी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 294, 323, 353 और 354 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
जिग्नेश मेवानी ने जेल से बाहर आने के बाद कहा कि मुझे जमानत मिलनी ही थी, मुझे भारतीय न्यायपालिका पर भरोसा है. बीजेपी और पीएम मोदी ने मुझे सिर्फ एक ट्वीट के लिए गिरफ्तार करवाया और मुझे असम की जेल में रखा, वे क्या संदेश देना चाहते हैं? यह पीएम ऑफिस में रची गई साजिश थी. मैं जीवन भर बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ लड़ूंगा.