बिहार प्रदेश कांग्रेस (Bihar Congress) अध्यक्ष मदन मोहन झा (Madan Mohan Jha) के इस्तीफे के बाद नए अध्यक्ष को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. माना जा रहा है कि बिहार कांग्रेस की कमान कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) के हाथों में जा सकती है. जानकारों का मानना है कि अगर फैसला राहुल गांधी के हाथों होता है तो कन्हैया कुमार ही बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष होंगे. हालांकि इस फैसले पर पुराने कांग्रेसी कार्यकर्ता को संभालना पार्टी के लिए चुनौती हो सकती है.
कांग्रेस को उम्मीद है कि कन्हैया कुमार के अध्यक्ष बनने से वह भूमिहार जाति को अपनी तरफ करने में सफल हो सकते हैं. इसके साथ ही यदि कांग्रेस को बिहार में बीजेपी को चुनौती देनी है तो पार्टी के पास कन्हैया कुमार के अलावा कोई दूसरा मजबूत विकल्प नहीं दिखता.
कांग्रेस में कन्हैया कुमार के आते ही यह तय हो गया था कि वह राजद से अलग अपना रास्ता तलाश रही है. ऐसे में अगर कन्हैया कुमार को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली तो यह तय हो जाएगा कि कांग्रेस अब अपने सहारे ही आगे बढ़ने वाली है.
जानकार मानते हैं कि कन्हैया के आने से बिहार के भूमिहार युवा जो फिलहाल बीजेपी के पाले में वह कांग्रेस की तरफ आ सकते हैं. गौरतलब है कि बेगूसराय से सीपीआई के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ने वाले कन्हैया कुमार कुछ महीने पहले ही कांग्रेस में शामलि हुए हैं. हालांकि उन्हें अभी तक पार्टी में कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी गई है.