कर्नाटक में चुनाव प्रचार की शुरुआत से वोटिंग के एक दिन पहले तक कई मुद्दे उठे और सियासी विरोधी एक-दूसरे पर जमकर बरसें. कांग्रेस ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बीजेपी को घेरा और बोम्मई सरकार पर हर कॉन्ट्रैक्ट पर 40 फीसदी कमीशन लेने का आरोप लगाया. राहुल-प्रियंका समेत कांग्रेस के हर नेता ने रैली और जनसभाओं में 40% कमीशनखोरी का जिक्र किया. इस बीच एक तरफ कांग्रेस ने घोषणा पत्र जारी कर बजरंग दल जैसे संगठनों को बैन की घोषणा कर दी तो पार्टी अध्यक्ष खड़गे पीएम मोदी पर जहरीला सांप वाला विवादित बयान दे दिया. बस यहीं से चुनाव प्रचारों में बैकफुट पर दिख रही बीजेपी ने जोरदार कमबैक किया, और जहरीले सांप को भगवान शिव से तो बंजरग दल पर बैन को बजरंग बली से जोड़ दिया.
फिर क्या था पीएम समेत बीजेपी नेताओं की हर रैली में बजरंग बली के नारे गूंजने लगे, ऐसा लगने लगा मानों चुनाव में खुद बजरंग बली उतर गए हों. पीएम मोदी ने भी रैली के दौरान कहा कि बजरंग बली का नारा लगाएं, BJP का बटन दबाएं और गाली देनेवाली पार्टी को माफी ना दें. फिर कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने भी हर जिले में बजरंग बली के मंदिर बनाने की घोषणा कर दी, और इस तरह भ्रष्टाचार से शुरू होकर प्रचार का मुद्दा जहरीला सांप, आरक्षण, बजरंग दल पर बैन और फिर बजरंग बली पर आ कर बड़ा बन गया.