पंजाब में पीएम मोदी (Narendra Modi) की सुरक्षा में भारी चूक का मामला सामने आया है. गृह मंत्रालय ने बयान जारी कर ना केवल इस बात की पुष्टि की है, बल्कि पंजाब के मुख्यमंत्री से विस्तृत रिपोर्ट देने को भी कहा है. ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि पीएम मोदी की सुरक्षा व्यवस्था कैसी होती है?
हमारे देश में प्रधानमंत्री की सुरक्षा सबसे ज्यादा कड़ी होती है. वर्तमान में प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप यानी कि एसपीजी के पास है. एसपीजी का गठन 1988 में हुआ था. एसपीजी (SPG) चार हिस्सों में काम करती है. पहला- ऑपरेशंस, दूसरा- ट्रेनिंग, तीसरा- इंटेलिजेंस एंड टूर्स और चौथा-एडमिनिस्ट्रेशन. पीएम काफिले के साथ चलते हैं और विशेष गाड़ी में सवार होते हैं.
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एसपीजी कमांडो पीएम के चारों तरफ रहते हैं और उनके साथ-साथ चलते हैं. प्रधानमंत्री के निजी सुरक्षा गार्ड सुरक्षा घेरे की दूसरी पंक्ति में तैनात रहते हैं. यह भी एसपीजी के बराबर प्रशिक्षित होते हैं जो किसी भी अनहोनी को रोकने में सक्षम होते हैं. तीसरे सुरक्षा चक्र में नेशनल सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) होते हैं. चौथे चक्र में अर्द्धसुरक्षा बल के जवान और राज्यों के पुलिस अधिकारी होते हैं. पीएम जब किसी राज्य में जाते हैं तो यह प्रदेश पुलिस की जिम्मेदारी होती है कि वह बाहरी सुरक्षा प्रदान करे.
एसपीजी प्रधानमंत्री को क्लोज प्रोटेक्शन देती है. पीएम के काफिले के सबसे आगे राज्य के स्थानीय पुलिस चलती है जो रूट क्लीयरेंस करती है. पीएम के काफिले में कम से कम 5 गाड़ियां होती हैं. जिसमें एनएसजी के विशेष कमांडो तैनात होते है. पहली गाड़ी पायलट गाइड उसके बाद एस्कोर्ट गाड़ी एसपीजी की होती है. उसके बाद पीएम की गाड़ी फिर एस्कोर्ट की दूसरी गाड़ी और साथ में एक स्पेयर गाड़ी चलती है. इन सबके पीछे लोकल एसएसपी, डीएम, एसआईबी और बाक़ी अधिकारियों की गाड़ियां चलती हैं.
प्रधानमंत्री के काफिले में लगभग 100 लोगों की सिक्योरिटी टीम चलती है जिनके ऊपर उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है. प्रधानमंत्री का रूट 7 घंटे पहले तय होता है. उनके काफिले में दो डमी कारें भी चलती हैं. इसके अलावा जैमर भी काफिले का अहम हिस्सा होता है. यह सड़क के दोनों तरफ 100 मीटर की दूरी पर रखे विस्फोटक को निष्क्रिय करने में सक्षम होते हैं. पीएम के साथ हमेशा एक एंबुलेंस चलती है.
पीएम के काफिले के लिए एक या दो वैकल्पिक मार्ग भी तय किए जाते हैं जिस पर पहले ही रिहर्सल हो जाता है. जिस रास्ते पर प्रधानमंत्री के काफिले को गुजरना होता है वहां चार-पांच घंटे पहले ही दोनों तरफ 100 से 50 मीटर की दूरी पर पुलिस वालों को तैनात कर दिया जाता है. इसके साथ ही 10 से 15 मिनट पहले रूट पर आवाजाही को पूरी तरह से रोक दिया जाता है और सड़क के दोनों किनारे पुलिस मुस्तैद रहती हैं.
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मौजूदा समय में पीएम के पास बुलेट प्रूफ कार है. जिसमें रेंज रोवर, मर्सिडीज और बीएमडब्ल्यू की कारें शामिल हैं. हाल ही में प्रधानमंत्री के काफिले में मर्सिडीज की लिमोजिन भी शामिल की गई है. Mercedes Maybach S650 Guard भी पीएम मोदी के काफिले का हिस्सा है. ये कार कई सुरक्षा खूबियों से लैस है. Mercedes-Maybach S650 Pullman Guard कार में VR10 स्तर की सुरक्षा है. यह कार अभेद्य किले की तरह है. इस कार पर 2 मीटर दूर से किए गए 15 किलोग्राम टीएनटी के विस्फोट का भी कोई असर नहीं होगा. इस कार पर पॉलीकार्बोनेट की कोटिंग है जो कार में बैठे लोगों को विस्फोट से बचाती है.
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