Kuldeep Bishnoi Resignation : हरियाणा कांग्रेस के बागी नेता कुलदीप बिश्नोई ने बुधवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है. वह 4 अगस्त को बीजेपी में शामिल होंगे. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को अपना इस्तीफा सौंपा है. इस दौरान पूर्व विधायक रेणुका बिश्नोई, डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, बीजेपी विधायक दूड़ाराम और लक्ष्मण नापा मौजूद रहे. कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि मनमुटाव परिवार में भी हो जाते हैं. मनमुटाव दुश्मनी में बदलनी नहीं चाहिए. कांग्रेस आदमपुर से चुनाव जीतकर दिखाए. उन्होने कहा कि वो अगर चुनाव हारते हैं तो राजनीति छोड़ देंगे.
इस्तीफे के बाद कुलदीप बिश्नोई ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनौती देते हुए कहा कि उन्होने हुड्डा जी की चुनौती स्वीकार करते हुए इस्तीफा दिया है. अब हुड्डा साहब उनके या उनके बेटे के प्रतिद्वंदी बनकर आदमपुर से चुनाव लड़ें. इससे पहले कुलदीप बिश्नोई ने ट्वीट किया कि मुसाफिर कल भी था, मुसाफिर आज भी हूं, कल अपनों की तलाश में था, आज अपनी तलाश में हूं.
हिसार जिले की आदमपुर विधानसभा सीट से 2019 में कांग्रेस विधायक बने कुलदीप बिश्नोई चार अगस्त को बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं. मंगलवार को कुलदीप बिश्नोई ने आदमपुर में समर्थकों के बीच इसका एलान किया था. बुधवार को उन्होंने छह साल बाद कांग्रेस को अलविदा कह दिया और विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया.
भगवा धारण करने के बाद कुलदीप बिश्नोई की राह आदमपुर में आसान नहीं होगी. भले ही वह हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनौती दे रहे हो, लेकिन बीजेपी के अंदर उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. आदमपुर से बीजेपी नेता सोनाली फौगाट ने 2019 में विधानसभा चुनाव लड़ा था. कुलदीप बिश्नोई और उनके बीच मतभेद जग जाहिर हैं. हालांकि बिश्नोई के बीजेपी में शामिल होने के एलान का सोनाली ने स्वागत किया है साथ ही ये भी कहा है कि वो आदमपुर से अगला विधानसभा चुनाव लड़ेंगी. हरियाणा के पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे और बड़ा गैर जाट चेहरा माने जानेवाले बिश्नोई के लिए बीजेपी को सत्ता तक पहुंचाने का भी दरोमदार होगा. क्योंकि राज्य में सत्तासीन होने के बावजूद पार्टी दो उपचुनाव बरोदा और ऐलनाबाद हार चुकी है.