महाराष्ट्र (Maharashtra) में अजान और हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) के दौरान लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर चल रहे विवाद (loudspeaker controversy) पर सोमवार को सर्वदलीय बैठक (all party meeting) हुई. इस बैठक के बाद ये साफ हो गया कि महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार नमाज के दौरान लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर रोक नहीं लगा रही है. सरकार ने अपनी इस फैसले के पीछे कोर्ट के आदेश की दलील दी.
सर्वदलीय बैठक में BJP और राज ठाकरे (Raj Thakrey) को छोड़कर सभी दलों ने हिस्सा लिया. बैठक के बाद आदित्य ठाकरे ने ये साफ कर दिया कि हम किसी एक पक्ष के लिए नियम नहीं बना सकते हैं. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ मंदिर-मस्जिद का मुद्दा नहीं है. बल्कि सारे लाउडस्पीकर (loudspeaker) का विषय है. उन्होंने 2015 से 2017 बीच आए कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि सभी इंडस्ट्री और दूसरे सेक्टर के लिए अदालत ने डेसिबल तय किए हैं.
लाउडस्पीकर विवाद पर आदित्य ठाकरे ने क्या कहा?
आदित्य ठाकरे ने कहा कि हम केंद्र सरकार से चर्चा करेंगे इस मुद्दे पर और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन किया जाएगा. महाराष्ट्र के लिए अलग से कोई गाइडलाइन नहीं है. वहीं MNS प्रमुख राज ठाकरे पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कुछ पार्टी अपने आप को जीवित करने के लिए इसे मुद्दा बना रही है. गृहमंत्री दिलीप वलसे (Home Minister Dilip Walse) ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी है. अगर कोई इसका उल्लंघन करता है तो पुलिस कार्रवाई करेगी. सुप्रीम कोर्ट ने रात 10 से सुबह 6 बजे तक स्पीकर के इस्तेमाल पर निर्णय दिया है और स्पीकर के शोर के डेसिबल (Decibel) पर निर्णय दिया.
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