मध्य प्रदेश में कांग्रेस यूनिट के अध्यक्ष और विधानसभा में विपक्ष के नेता पूर्व CM कमलनाथ (Kamal Nath) की विधायकी पर नया संकट पैदा हो गया है. विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम (Girish Gautam) को सत्ताधारी पार्टी BJP की ओर से दो शिकायतें मिली हैं. इन्हें संज्ञान में ले लिया गया है. गौतम ने समाचार पत्र हिंदुस्तान को जानकारी दी है कि शिकायत की जांच के बाद जल्द ही फैसला लिया जाएगा.
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दरअसल, पूरा मामला कमलनाथ के उस इंटरव्यू (Kamal Nath's interview) से शुरू हुआ जिसमें उन्होंने कहा था कि वह विधानसभा में सदन की कार्यवाही में बीजेपी की बकवास सुनने नहीं जाते हैं. उन्हें हर रोज 2 घंटे लोगों से मिलना होता है. कमलनाथ की इस टिप्पणी पर बीजेपी भड़क उठी और इसे विधानसभा की अवमानना (contempt of assembly) बता डाला. पार्टी ने विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम को शिकायत भी दी. अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और सांसद वीडी शर्मा (MP VD Sharma) के अलावा बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया (MLA Yashpal Singh Sisodia) ने विधानसभा अध्यक्ष (speaker of the assembly) से मांग की है कि कमलनाथ की विधानसभा सदस्यता को तुरंत खत्म किया जाए.
विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और विधायक की शिकायत पर संज्ञान ले लिया गया है, जांच की जा रही है. कमलनाथ के बयान से जुड़े वीडियो और दूसरे सबूतों को जुटाया जा रहा है. विधानसभा के बाहर का बयान होने की परिस्थितियों में क्या कार्रवाई हो सकती है. इस ऐंगल से भी विचार किया जा रहा है.
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वहीं, राज्य में पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी (Jeetu Patwari) ने ट्वीट करके कहा कि विधानसभा अध्यक्ष की मीडिया में दी गई प्रतिक्रिया उचित नहीं है.