Maharashtra: मराठा आरक्षण की मांग का नेतृत्व कर रहे मराठा नेता मनोज जरांगे ने रविवार को आरोप लगाया कि सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण के लिए समुदाय के विरोध प्रदर्शन को विफल करने के लिए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सााजिश रच रहे हैं.
जालना जिले के अंतरवाली सरती गांव में एक सभा को संबोधित करते हुए जरांगे ने दावा किया कि फडणवीस उनकी छवि खराब करने के लिए लोगों को एकत्र करने के अलावा उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.
जरांगे ने कहा, ‘‘पिछले साल जालना में विरोध प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज को लेकर फडणवीस को माफी मांगनी पड़ी थी जिससे उन्हें गहरा दु:ख पहुंचा, इसलिए वह मराठा आरक्षण की मांग को लेकर जारी विरोध को विफल करने की कोशिश कर रहे हैं।’’
उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे या उपमुख्यमंत्री अजित पवार नहीं, बल्कि फडणवीस चला रहे हैं।
कार्यकर्ता ने आरोप लगाया कि फडणवीस राज्य में मराठों को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं और यह कदम उनके लिए नुकसानदेह साबित होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ मराठा नेता फडणवीस को मुझे बदनाम करने में मदद कर रहे थे।’’
जरांगे ने चेतावनी दी कि वह मुंबई में फडणवीस के आधिकारिक आवास सागर बंगले पर विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर मैं मर जाऊं तो मेरा शव उनके घर के सामने रख देना।’’
इस सप्ताह की शुरुआत में महाराष्ट्र विधानमंडल ने सर्वसम्मति से एक अलग श्रेणी के तहत शिक्षा और सरकारी नौकरियों में मराठों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने वाला एक विधेयक पारित किया था, लेकिन जरांगे अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत मराठा समुदाय को कोटा देने की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं