Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र (Maharashtra) में जारी राजनीतिक उथल पुथल के बीच बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को झटका लगा है. शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना के धड़े ने डिप्टी स्पीकर (Deputy Speaker) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (No Confidance Motion) पेश किया था जिसे खारिज कर दिया है. ऐसी जानकारी मिली है कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए पत्र किसी ईमेल से भेजा गया जबकि संवैधानिक प्रक्रिया ये है कि इसे कार्यालय में जमा करना होता है. इसके साथ ही, ईमेल से भेजे गए पत्र में हस्ताक्षरों को लेकर भी स्थिति अस्पष्ट थी.
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बागी विधायकों के पुतले फूंके
राज्य में बागी विधायकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है. मुंबई में कई बागी विधायकों के पुतले फूंके गए और कई विधायकों के घर के बाहर तोड़फोड़ भी किया गया. इस बीच मुंबई में धारा-144 लागू कर दी गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 10 जुलाई तक इसे शहरभर में लागू किया गया है. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है.
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तोड़फोड़ करने वाले औकात में रहें
शिवसेना के बागी विधायक तानाजी सावंत के दफ्तर में शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा तोड़फोड़ पर अब उनका बयान आया है. उन्होंने इन शिवसेना कार्यकर्ताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि, तोड़फोड़ करने वाले औकात में रहें. उधर, एकनाथ शिंदे गुट ने उद्धव सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा, हमारी सुरक्षा हटा ली गई है. जानकारी के मुताबिक, शिंदे गुट ने सीएम और गृह विभाग को चिठ्ठी लिखी है. इस चिठ्ठी में परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की गई है.
बगावत पर कलह चरम पर पहुंची
बता दें कि एकनाथ शिंदे इस वक्त असम की राजधानी गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में शिवसेना के दूसरे बागी विधायकों के साथ डेरा डाले हुए हैं. वहीं मुंबई और महाराष्ट्र में शिवसेना में इस बगावत पर कलह चरम पर पहुंच गई है. शिवसेना की कार्यकारिणी में 4 प्रस्ताव पास हुए. इन प्रस्तावों में कई बातें हैं. जैसे- बालासाहेब के नाम को लेकर पार्टी चुनाव आयोग जाएगी. बागियों पर कार्रवाई का फैसला उद्धव करेंगे और साथ ही पार्टी ने उद्धव के नेतृत्व पर भरोसा जताया. इसमें, हिंदुत्व और मराठी अस्मिता को लेकर भी प्रस्ताव पास हुआ.