Maharashtra political Crisis : ज्यादातर शांत रहने वाले महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के बेटे आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) के तेवर भी इन दिनों काफी तल्ख नजर आ रहे हैं. इन दिनों बागी नेताओं पर लगातार पलटवार करने के साथ ही आदित्य ठाकरे अब शिवसेना नेताओं को एकजुट करने में लग गए हैं. सोमवार को कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आदित्य ठाकरे ने बागी विधायकों आड़े हाथों लेते हुए कहा कि "जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को अस्पताल में भर्ती थे उस वक्त बागी विधायकों ने खुद को बेच दिया था. मैं उनसे पूछता हूं कि क्या उनकी आत्मा मर गई है? हमने उन पर भरोसा किया था."
बागियों के खिलाफ आदित्य ठाकरे की नाराजगी यहीं नहीं रुकी, उन्होंने कहा कि लोग कहते थे कि कांग्रेस और एनसीपी हमें धोखा देगी लेकिन हमें अपने लोगों ने ही धोखा दिया. बहुत सारे विधायक जो पहले रिक्शा चलाते थे, वॉचमैन थे या पान बेचते थे उन्हें हमने मंत्री बनाया. उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को मुख्यमंत्री पद का ऑफर दिया था लेकिन उन्होंने ऐसा काम किया. आदित्य ठाकरे ने गुवाहाटी (Guwahati) पहुंचे बागी विधायकों को डरपोक तक कह दिया है.
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