जातीय संघर्ष से प्रभावित पूर्वोत्तर राज्य में लोगों की पीड़ा कम करने के उपायों पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस ने सोमवार को पार्टी की मणिपुर इकाई के नेताओं के साथ बैठक की. इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी राहुल गांधी और अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने हिस्सा लिया.
खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर कहा, ‘‘इस बार मणिपुर ने शांति और सद्भाव के लिए वोट दिया है। मणिपुर के लोगों के प्रति प्रधानमंत्री मोदी की घोर उदासीनता को जोरदार तरीके से खारिज किया गया। राज्य की भाजपा सरकार हिंसा को रोकने में विफल रही है। हजारों लोग अब भी अशांति के अंतहीन चक्र में फंसे हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने कांग्रेस की मणिपुर इकाई के नेताओं से मुलाकात की और लोगों की पीड़ा को कम करने के उपायो पर चर्चा की.’’ कांग्रेस की मणिपुर इकाई के प्रमुख केशम मेघचंद्र ने कहा, ‘‘हमारी पार्टी के आलाकमान ने मणिपुर के लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और रुख स्पष्ट किया है। पार्टी ने हमारे दोनों सांसदों को मणिपुर के लिए लोकसभा में बोलने का समय दिया है.’’