Monsoon Session 2022: संसद के दोनों सदनों में मानसून सत्र के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर नोकझोंक देखने को मिल रही है. इस दौरान जहां विपक्ष महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार पर हमलावर है. वहीं, सत्ता पक्ष की ओर से भी आक्रामक तरीकों से सवालों का जवाब दिया जा रहा है. इस कड़ी में बुधवार को राज्यसभा (Rajysabha) में एक्सप्रेस वे पर लगने वाले टोल टैक्स (Toll Tax) मुद्दे पर अहम चर्चा हुई. इस मुद्दे पर बहस के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने खुद को 'Father of Toll Tax बताया. इसके बाद उन्होंने अपना पुराना अनुभव भी साझा किया.
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महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहते हुए किए गए काम को किया याद
इस दौरान नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहते हुए किए गए काम को भी याद किया. उन्होंने कहा कि 1995 से 1999 तक मैं महाराष्ट्र सरकार में मंत्री हुआ करता था, मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे पर काम शुरू हुआ था. लेकिन अब स्थिति दूसरी है, लेकिन एक्सप्रेस वे तो हर जगह बन गए हैं, समस्या तो जगह-जगह बनते टोल टैक्स से प्वाइंट से है.
जल्द बदलने वाली है टोल टैक्स की प्रक्रिया
नितिन गडकरी ने आगे बताया कि सरकार इस प्रक्रिया को जल्द बदलने वाली है. उस नई प्रक्रिया में सिटी एरिया को हटाकर टोल टैक्स का प्वाइंट बनाया जाएगा, जिससे उस शहर के लोगों पर टैक्स का भार ना पड़े.
पिछली सरकार की देन
उन्होंने जानकारी भी दी कि अभी कोई 10 किलोमीटर ही एक्सप्रेस वे पर सफर करता है, लेकिन उसे टैक्स पूरे 75 किलोमीटर का देना पड़ता है. हालांकि इस समस्या को उन्होने पिछली सरकार की देन बता दिया. इसके बाद उन्होंने कहा कि वे इसे सही करने का आश्वासन दे रहे हैं.