सीएम पद की शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ताबड़तोड़ फ़ैसले ले रहे हैं. मंगलवार को सीएम योगी ने फ़ैसला किया था कि मंत्रियों को पुराने स्टाफ रखने की छूट नहीं होगी. इसके बाद बुधवार को भ्रष्टाचार (Corruption) पर जीरो टॉलरेंस (zero tolerance) और पारदर्शी सरकार की नीति पर कड़े फ़ैसले किए.
UP से बाहर जाने के लिए छुट्टी ज़रूरी
किसी भी मंत्री को यूपी से बाहर जाने की जानकारी सीएम और पार्टी दोनों को देनी होगी. मंत्रियों के बेवजह दौरों और बड़े नेताओं के चक्कर लगाने से रोकने के लिए यह निर्देश जारी हुआ है. दौरा सरकारी या पर्सनल कोई भी हो, जानकारी देना अनिवार्य होगा. ये फै़सला सरकारी धन के दुरुपयोग और कॉन्ट्रोवर्सी से बचने के लिए लिया गया है.
मंत्रियों को मिला 100 दिन का टारगेट
सीएम योगी ने मंत्रियों को 100 दिन का टारगेट दिया है. 100 दिन के अंदर सभी मंत्रियों को अपने विभागों की समीक्षा करनी होगी. जिसके आधार पर योजना तैयार कर मास्टर प्लान बनाना होगा. मंत्रियों को बताना होगा कि अगले 100 दिन में क्या करेंगे, विभाग में नया क्या होगा.
फिजूलखर्ची पर लगेगी लगाम
सरकार ने निर्देश दिए हैं कि बंगलों में साज-सज्जा पर ज्यादा पैसा ख़र्च ना हो. जिन मंत्रियों के पास पहले से आवास है, उन्हें नए बदलाव की ज़रूरत नहीं है. बड़ी लग्जरी गाड़ियां और नए फर्नीचर की ख़रीदारी नहीं होगी.
मंत्रियों को दिए सख़्त निर्देश से ज़ाहिर है कि सीएम योगी ने भ्रष्टाचार और फिजूलखर्ची को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम शुरू कर दिया है. जिसकी शुरूआत उन्होंने अपनी मंत्रिमंडल से की है.