राजस्थान (Rajastan) में अलवर के रामबास गांव में 14 अगस्त को 45 साल के किसान चिरंजीलाल (chiranji lal) की मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) ने हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद से ही घटना के विरोध में बीजेपी राज्य सरकार पर हमलावर है. चिरंजीलाल के घर पर बीजेपी नेताओं का आना जारी है. ऐसे शुक्रवार को मृतक के घर पहुंचे रामगढ़ से बीजेपी के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा (Gyandev Ahuja) विवादित बयान दे दिया है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
बीजेपी नेता का विवादित बयान
वायरल वीडियो (viral video) में बीजेपी नेता ज्ञानदेव आहूजा कह रहे हैं कि ये पहली बार हुआ है कि उन लोगों ने मारा है. अब तक तो पांच हमने मारे हैं. मैंने हमारे लोगों को और कार्यकर्ताओं को खुली छूट दे रखी है. मारो, बरी भी करवा देंगे, जमानत भी करवा देंगे. आंदोलन चलाने वाले चलाते हैं, आंदोलन की कूटनीति तैयार करनी पड़ती है. बीजेपी नेता ने मेवात विकास बोर्ड के चेयरमैन जुबैर खान पर भी निशाना साधा और कहा कि जुबेर खान नौकरी की बात कह गए हैं. नौकरी कौन सी सरकारी है, वह तो संविदा की है.
बयान पर सफाई दे रहे ज्ञानदेव आहूजा
वहीं मामले के तूल पकड़ने के बाद ज्ञानदेव आहूजा ने मीडिया के सामने सफाई भी दी है, बीजेपी नेता ने कहा कि उनके बयान का गलत मतलब ना निकाला जाए. मॉब लिंचिंग में अब से पहले जो लोग मारे गए, वे गौ तस्करी के आरोपी थे और धर्म विशेष की भावनाओं के साथ खेल रहे थे. जबकि चिरंजीलाल ने कोई गुनाह नहीं किया था, फिर भी उसे पीट-पीटकर मार डाला गया.