कांग्रेस नेता राहुल गांधी से ED की पूछताछ के विरोध में गुरुवार को भी कांग्रेस का प्रदर्शन जारी रहा. दिल्ली से लेकर बेंगलुरु तक पार्टी नेताओं ने जगह जगह प्रदर्शन कर नारेबाजी की.
बेंगलुरु में कर्नाटक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया. बीजेपी के खिलाफ ज्ञापन और शिकायत पत्र देने के लिए पार्टी कार्यालय से राजभवन तक मार्च निकाला गया. कांग्रेस के विरोध और मार्च से पहले बेंगलुरु में भारी ट्रैफिक जाम हुआ.
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ट्रैफिक में एंबुलेंस भी फंसी दिखाई दी. कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार ( Karnataka Congress chief DK Shivakumar ) ने कहा- यह (विरोध) हमारा अधिकार है, हम न्याय के लिए लड़ेंगे. वे (ईडी) किसी बीजेपी नेता के मामले नहीं जांच रहे हैं, वे केवल कांग्रेस के लोगों को परेशान कर रहे हैं.
चंडीगढ़ में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारी प्रदर्शन किया. यहां उन्हें हिरासत में लिया गया. एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "हम विरोध जारी रखेंगे. कांग्रेस पार्टी सोनिया-राहुल गांधी के साथ खड़ी है. हम पीछे नहीं हटेंगे. हम डरेंगे नहीं."
पंजाब कांग्रेस चीफ अमरिंदर सिंह ने कहा- मुझे समझ नहीं आ रहा कि राहुल गांधी ने ऐसा क्या किया है कि उन्हें 3 दिन के लिए बुलाया गया? दिल्ली पुलिस कांग्रेस दफ्तर में घुस गई और हमारे सांसदों के साथ मारपीट की. ऐसी प्रतिशोध की राजनीति पहले कभी नहीं देखी गई. सरकार को आवाज दबाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए.
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वहीं, कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार सुबह लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे अधीर रंजन चौधरी ( Adhir Ranjan Chowdhury ) ने कहा- हमने स्पीकर को विस्तार से अत्याचार और हिंसा के बारे में बताया. स्पीकर ने हमारी बात ध्यान से सुनी. हमने दिल्ली पुलिस के उन अधिकारियों के बारे में बात की, जिनलोगों ने AICC कार्यालय में घुसकर हमारे सांसदों और कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया.
उन्होंने कहा- पुलिस थानों में भी, दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस सांसदों के साथ ऐसा व्यवहार किया जैसे हमारे सांसद और कार्यकर्ता आतंकवादी हों. राहुल गांधी को लगातार 3 दिनों तक 10-12 घंटे लंबी पूछताछ के लिए बुलाया गया था. हमने इसका कोई विरोध नहीं किया, हम सिर्फ इतना कहना चाहते हैं कि प्रतिशोध और हिंसक राजनीति का इस्तेमाल न हों.