New Parliament Building Inauguration: नए संसद भवन के उद्धाटन को लेकर 20 विपक्षी दलों के बहिष्कार के आह्वान के बीच, बीजेपी नेता रविवशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने बड़ा आरोप लगाया है. गुरूवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों ने पीएम (pm modi) द्वारा उद्घाटन का बहिष्कार करने का फैसला सिर्फ इसलिए किया है, क्योंकि यह उनकी पहल पर बनाया गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने नए संसद भवन को भारत के गौरव का प्रतीक करार देते हुए विपक्षी नेताओं से आग्रह किया कि वे इस आयोजन के बहिष्कार को विपक्षी एकता बनाने के मंच के रूप में इस्तेमाल न करें. बल्कि इसके बजाय उन्हें बड़ा दिल दिखाना चाहिए और उद्घाटन में शामिल होना चाहिए. भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "संसद देश के लोकतंत्र का मुकुट है. आप भी इस कार्यक्रम में आइए. नए संसद भवन की आवश्यकता है.
पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा, ‘‘हम सभी राष्ट्रपति का सम्मान करते हैं. मैं कांग्रेस द्वारा उनके बारे में कही गई बातों को याद कर आज राष्ट्रपति पद को किसी विवाद में नहीं घसीटना चाहता. लेकिन भारत के प्रधानमंत्री भी संसद का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. प्रधानमंत्री के पास संवैधानिक जिम्मेदारी भी है.’’ रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘‘मुगलों ने लाल किला, जामा मस्जिद और हुमायूं का मकबरा बनवाया. उनका दावा है कि कुतुब-उद-दीन ऐबक ने कुतुब मीनार का निर्माण कराया था. अंग्रेजों ने नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक, राष्ट्रपति भवन... जिसे वायसराय हाउस कहा जाता था और एक संसद भवन का निर्माण किया. उन्होंने सवाल किया कि आजादी के 75 पांच साल बाद भारत को भारतीयों द्वारा बनाई गई संसद क्यों नहीं मिलनी चाहिए?
उन्होंने कहा कि नया संसद भवन भारतीय वास्तुकला का अनुकरणीय मॉडल है और इसे भारतीय संस्कार के अनुसार बनाया गया है. उन्होंने कहा कि ‘‘मैं कांग्रेस नेताओं और अन्य विपक्षी नेताओं से कहूंगा कि आप आएं और कार्यक्रम में शामिल हों, संसद देश के लोकतंत्र का ताज है.’’ बता दें कि नए संसद भवन का उद्धघाटन 28 मई को होने जा रहा है. विपक्ष के करीब 20 दलों ने उद्घाटन समारोह में आने से साफ इंकार कर दिया है.