AIMIM यानी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी पीएम लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा पर तंज कसा है. उन्होने कहा है कि "ये अवॉर्ड की तौहीन है. इससे पहले बड़े बड़े शख्सियत को दिए गये. लेकिन इस फैसले से भारत रत्न के रुतबे में कमी आ रही है".
ओवैसी के मुताबिक "लाल कृष्ण आडवाणी की रथयात्रा जहां जहां से गुजरी थी, वहां वहां दंगे हुए और लोगों की मौत हुई. ओवैसी के मुताबिक 23 सितंबर से 5 नवंबर 1990 में जो रथयात्रा अहमदाबाद से शुरू होकर बिजनौरा, रामपुर, घनौरा, बदायूं, अलीगढ़ मथुरा आगरा कानपुर लखनऊ वाराणसी गोधरा हैदराबाद देवानगिरी, गाजियाबाद पटना हर जगह लोगों की मौत हुई. हैदराबाद में 30 लोगों की मौत हुई. जहां जहा ये रथयात्रा गई मुजफ्फरनगर में 3, बिजनौर में 58 लोगों की मौत हुई. वहां हिन्दू मुस्लिम दंगा हुआ ये अफसोस की बात है उन्हें सिविलिय अवॉर्ड दे रहे हैं. ये क्या पैगाम दे रही है मोदी सरकार?
ओवैसी ने लाल कृष्ण आडवाणी की पाकिस्तान यात्रा और जिन्ना की मजार पर जाने का भी जिक्र किया. उन्होने कहा कि जब लाल कृष्ण आडवाणी जिन्ना के मजार पर गए थे, उसकी तारीफ की थी जो भारत- पाकिस्तान बंटवारे का जिम्मेदार था. उस वक्त विश्व हिन्दू परिषद के लोगों ने इसका विरोध किया था. अब मोदी सरकार भारत रत्न देकर देश को क्या संदश दे रही है?
PM Modi ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को दी बधाई, कही ये बात