लोकसभा में महंगाई (inflation) के मुद्दे पर चर्चा को लेकर जमकर हंगामा हुआ. विपक्ष जहां वित्त मंत्री (Finance Minister) के भाषण के बीच टोकाटोकी करता रहा. तो वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विपक्ष के आरोपों पर पलटवार किया. वित्त मंत्री ने कहा कि विपरीत हालातों के बाद भी भारत की अर्थव्यवस्था (Economy) मजबूत है. जबकि दुनिया के बड़े-बड़े देशों की अर्थव्यवस्था का बुरा हाल है. और पूरी दुनिया के मुकाबले भारत में महंगाई काबू में है. सीतारमण ने कहा कि सरकार की कोशिश रही है कि महंगाई दर 7 फीसदी से कम रहे और सरकार काफी हद तक इसमें कामयाब रही है.
भारत पर मंदी का असर नहीं- सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ये भी कहा कि भारत पर मंदी का कोई असर नहीं है. वित्त मंत्री ने कहा कि ये कहना कि भारत मंदी (recession) की चपेट में है, बिलकुल गलत है. वित्त मंत्री ने ब्लूमबर्ग जैसी एजेंसियों का हवाला दिया जो कह रही हैं कि भारत में आर्थिक मंदी (financial crisis) का कोई जोखिम नहीं है.
भारत की तुलना पाक-बांग्लादेश से बेकार
वित्त मंत्री ने ये भी कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था हमसे बेहतर है. उन्हें ये समझना चाहिए कि बांग्लादेश ने IMF से 4.50 अरब डॉलर मांगा है और पाकिस्तान ने 7 अरब डॉलर IMF से मांगा है. जबकि भारत के साथ ऐसा कुछ नहीं होने वाला. हमारे पास पर्याप्त रिजर्व है. सीतारमण ने बताया कि IMF के डेटा के अनुसार, भारत दूसरे देशों की तुलना में काफी अच्छी स्थिति में है जहां औसतन सरकारों पर कर्ज GDP का 86.9 फीसदी है. जबकि भारत पर कर्ज GDP का 56.9 फीसदी है.
'GST का सबसे ऊंचा आंकड़ा हासिल किया'
वित्त मंत्री सीतारमण ने अपने भाषण में कहा कि जुलाई 2022 में, हमने जीएसटी (GST) के पेश होने के बाद से दूसरा सबसे ऊंचा आंकड़ा हासिल किया है, जो 1.49 लाख करोड़ रुपये है. सीतारमण ने कहा कि यह लगातार पांचवां महीना है, जब जीएसटी कलेक्शन 1.4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है. वहीं वित्त मंत्री के लोकसभा में जवाब से नाखुश होकर कांग्रेस के सांसद वित्त मंत्री के संबोधन के दौरान ही सदन से वॉकआउट कर गए. मंगलवार को राज्यसभा में महंगाई पर चर्चा होनी है.