पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों (Assembly Elections 2022) की वोटिंग समाप्त होते ही पेट्रोल-डीजल की कीमतें (Petrol-Diesel Rate) बढ़ने के कयास लगने लगे हैं. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardip sing puri) ने इसे लेकर संकेत दिया और कहा कि तेल कंपनियां इस बारे में जल्द ही फैसला लेने वाली है.
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सातवें चरण की वोटिंग से पहले ट्वीट किया था कि फटाफट पेट्रोल टैंक फुल करवा लीजिए. मोदी सरकार का ये चुनावी ऑफर खत्म होने जा रहा है.पेट्रोलियम मंत्री ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि एक यंग लीडर लोगों से लगातार कह रहे हैं कि टंकियां भरवा लें, क्योंकि डीजल-पेट्रोल सिर्फ चुनाव तक सस्ते हैं. गंभीरता से कहूं तो जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब उन्होंने ही पेट्रोलियम की कीमतें डीरेग्यूलेट कर दी थी. हमने तो पिछले साल नवंबर में सेंट्रल एक्साइज को कम किया था.
बता दें कि पेट्रोल-डीजल के दाम 4 नवंबर के बाद नहीं बढ़े हैं. रूस-यूक्रेन वॉर के बीच ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) अभी 140 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच चुका है. इसके बाद पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने के कयास लगाए जा रहे हैं. पहले भी कई बार ऐसा हो चुका है कि चुनाव के समय कीमतें कुछ दिन तक नहीं बढ़ीं, लेकिन जैसे ही चुनाव निपटे, कीमतें बढ़ने लग गईं.