प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) G-7 के 48वें शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए जर्मनी (Germany) गए हैं. रविवार को म्यूनिख में उन्होंने भारतीयों (Indians) को संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत में आपातकाल का जिक्र किया. उन्होंने कहा," जो डेमोक्रेसी हमारा गौरव है, जो डेमोक्रेसी हर भारतीय के डीएनए में है. उसे 47 साल पहले आज ही के दिन आपातकाल लगाकर डेमोक्रेसी को बंधक बनाने, डेमोक्रेसी को कुचलने का प्रयास किया गया था."
ये भी पढ़ें: Nupur Sharma के समर्थन में हिंदु समाज के लोगों ने निकाली रैली, Ajmer में राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
आपातकाल लोकतांत्रिक इतिहास में एक काले धब्बे की तरह
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, "आपातकाल का कालखंड भारत के जीवंत लोकतांत्रिक इतिहास में एक काले धब्बे की तरह है. लेकिन इस काले धब्बे पर सदियों से चली आ रही लोकतांत्रिक परंपराओं की श्रेष्ठता भी पूरी शक्ति के साथ विजय हुई." पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में 90 फीसदी व्यस्कों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं. जिसके बारे में कुछ लोग कह रहे थे कि सवा अरब आबादी को वैक्सीन लगाने में 10-15 साल लग जाएंगे.
ये भी पढ़े: Maharashtra Crisis: संजय राउत का बागी विधायकों पर विवादित बयान, आदित्य ठाकरे ने दी धमकी
उन्होंने कहा कि आज जब मैं आपसे बात कर रहा हूं तो भारत में वैक्सीन का आंकड़ा 196 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुका है. मेड इन इंडिया वैक्सीन ने भारत के साथ ही दुनिया के करोड़ों लोगों की कोरोना से जान बचाई है. उन्होंने आगे कहा कि हम सभी भारतीय इस साल अपनी आजादी के 75 वर्ष का पर्व मना रहे हैं, अमृत महोत्सव मना रहे हैं. भारत आज अभूतपूर्व संभावनाओं से भरा है.