जिस महाराष्ट्र में मुगल बादशाह औरंगजेब को 400 साल पहले दफना दिया गया था. वहां की बदलती राजनीति ने उसे फिर से जिंदा कर दिया है. औरंगजेब के नाम पर कोल्हापुर में बवाल अभी पूरी तरह से शांत भी नहीं हुआ है. वहीं दूसरी तरफ भाजपा नेता निलेश राणे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP)शरद पवार को औरंगजेब का पुनर्जन्म बता दिया. राणे के इस बयान पर एनसीपी ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए इस मुद्दे पर प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दे दी.
भाजपा नेता निलेश राणे ने ट्वीट कर कहा कि "पवार साहेब को एक समुदाय विशेष की चिंता है क्योंकि चुनाव आने वाले हैं. कई बार ऐसा लगता है कि शरद पवार औरंगजेब का पुनर्जन्म हैं." निलेश राणे के इस ट्वीट पर एनसीपी ने नाराजगी जाहिर की. पार्टी ने भाजपा नेता पर एनसीपी मुखिया की छवि को खराब करने का आरोप लगाया. एनसीपी ने ट्वीट डिलीट भी करने की मांग की.
शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने कहा कि जिस तरह से कोल्हापुर में दंगे भड़के हैं या भड़काए गए हैं उसके पीछे कौन है? जिस औरंगजेब को हमने 400 साल पहले महाराष्ट्र में दफनाया उसे राजनीतिक स्वार्थ के लिए जिंदा किया जा रहा है.
इस बीच NCP नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि शरद पवार के नाम से मेरे व्हाट्सएप पर संदेश आया है. उन्हें एक वेबसाइट से धमकी दी गई है और साथ ही संबंधित अकाउंट से भी ऐसे ही संदेश आए हैं. मैं यहां न्याय मांगने आई हूं. मेरी केंद्रीय गृह मंत्री और महाराष्ट्र के गृह मंत्री से मांग है कि ये जो गंदी राजनीति हो रही है, वो रुकनी चाहिए.
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ट्विट कर कहा कि वरिष्ठ नेता शरद पवार को ट्विटर पर मिली धमकी को सरकार ने गंभीरता से लिया है और मैंने व्यक्तिगत रूप से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात की है और जांच के निर्देश दिए हैं. शरद पवार एक वरिष्ठ नेता हैं और हम सभी उनका सम्मान करते हैं. उनकी सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाएगा. जरूरत पड़ने पर पुलिस को सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.
गौरतलब है कि औरंगजेब और टीपू सुल्तान पर व्हाट्सएप स्टेट्स को लेकर कोल्हापुर में भड़की हिंसा के बाद हालात धीरे धीरे नियंत्रण में आ रहे हैं. बाजार खुल रहे हैं और इंटरनेट सेवा भी बहाल कर दी गई है. इस मामले में अभी तक 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.