एनडीए ने झारखंड की राज्यपाल रह चुकीं द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है. पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनाए जाने के बाद, द्रौपदी मुर्मू बुधवार को ओडिशा में रायरंगपुर के जगन्नाथ मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना कीं और माथा टेगा. इस दौरान उन्होंने अपनी जीत की कामना की. द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पूर्व राज्यपाल हैं और वह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए चुनाव लड़ने वाली पहली आदिवासी महिला नेता होंगी. देश की पहली आदिवासी महिला राज्यपाल होने का कीर्तिमान इनके नाम पर पहले ही दर्ज है. ऐसे में अगर चुनाव में सफलता मिली तो किसी समय एक क्लर्क के पद पर काम कर चुकीं आदिवासी महिला मुर्मू पहली बार रायसीना हिल की सीढ़ियां चढ़ेंगी.
वहीं NDA की ओर से द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने के बाद देश भर के राजनेताओं ने उन्हें बधाई दी है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुनाव के लिए राजग की उम्मीदवार घोषित किए जाने के फैसले की सराहना की और कहा कि यह कदम आदिवासी गौरव को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का काम करेगा.
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने द्रौपदी मुर्मू को बधाई देते हुए कहा, 'झारखंड की पूर्व राज्यपाल, श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति पद हेतु एनडीए का प्रत्याशी बनाए जाने पर हार्दिक बधाई. जनजातीय समाज से आने वालीं श्रीमती मुर्मू जी का इस हेतु चयन 'नए भारत' में 'सबका साथ-सबका विकास' के प्रति कटिबद्धता का सशक्त प्रमाण है.
वहीं ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू का एनडीए द्वारा राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में होना ओडिशा के लिए गर्व का क्षण है. जब पीएम मोदी ने मेरे साथ इस पर चर्चा की तो मुझे खुशी हुई. वह देश में महिला सशक्तिकरण के लिए एक चमकदार उदाहरण स्थापित करेंगी.
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने द्रौपदी मुर्मू को बधाई देते हुए कहा, 'राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में द्रौपदी मुर्मू के नाम का स्वागत है.
वहीं विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर ने द्रौपदी मुर्मू को एनडीए द्वारा राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने पर शुभकामनाएं दीं. डा. एस. जयशंकर ने कहा, एक प्रेरित पसंद, उनका अनुभव, संवेदनशीलता और सेवा की भावना उन्हें भारत के राष्ट्रपति पद के लिए एक आदर्श उम्मीदवार बनाती है।उनका नामांकन समावेशी विकास, विकास और समृद्धि के मोदी सरकार के दृष्टिकोण का प्रतिबिंब है.