PM Modi: धर्मनिरपेक्षता (secularism) को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार अलग-अलग योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने के दौरान ना तो लाभार्थियों का धर्म और ना ही उनकी जाति (religion and caste) देखती है. उन्होंने कहा कि जहां कोई भेदभाव नहीं है, वही सच्ची धर्मनिरपेक्षता है. पीएम मोदी ने कहा कि सभी की खुशी व सहूलियत के लिए काम करने से बड़ा कोई सामाजिक न्याय (social justice) नहीं है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग सामाजिक न्याय की बातें करते हैं, जब आप सबके सुख के लिए काम करते हैं, सबकी सुविधा के लिए काम करते हैं, सबको उसका हक पहुंचाने के लिए शत-प्रतिशत काम करते हैं तो मैं समझता हूं कि इससे बढ़ कर कोई सामाजिक न्याय नहीं होता है, जिस राह पर हम चल रहे हैं.
मोदी मे कहा कि पुरानी नीतियों पर चलते हुए, फेल हो चुकी नीतियों पर चलते हुए ना देश का भाग्य बदल सकता है और ना ही देश सफल हो सकता है. पहले की सरकारें किस तरह से काम कर रही थीं, आज हम किस सोच के साथ काम कर रहे हैं, ये समझना बहुत जरूरी है. गरीबों के लिए आवास देने की योजनाएं देश में लंबे समय से चल रही थीं लेकिन 10-12 साल पहले के आंकड़े कहते थे कि गांवों के लगभग 75 प्रतिशत परिवार ऐसे थे, जिनके घर में पक्का शौचालय नहीं था.
PM मोदी ने कहा कि आज हम शहरी नियोजन में जीवन की सुगमता और जीवन की गुणवत्ता दोनों पर समान जोर दे रहे हैं। हमारी कोशिश है कि लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने में बहुत ज्यादा समय खर्च ना करना पड़े. आज देश में इसी सोच के साथ मेट्रो नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है. साल 2014 तक देश में ढाई सौ किलोमीटर से भी कम का मेट्रो नेटवर्क था. यानी 40 साल में 250 किलोमीटर मेट्रो रूट भी नहीं बन पाया था. जबकि बीते 9 साल में 600 किलोमीटर नया मेट्रो रूट बना है, उन पर मेट्रो चलनी शुरू हो गई है.