Rajya Sabha Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले देश के चार राज्यों की 16 राज्यसभा सीटों (Rajya Sabha Election) के लिए आज वोट डाले जा रहे हैं. इसके नतीजे देर शाम तक आने की उम्मीद है. राजस्थान (Rajasthan), हरियाणा (Haryana), महाराष्ट्र और कर्नाटक (Karnataka) इन चारों राज्यों में हॉर्स ट्रेडिंग और क्रॉस वोटिंग के डर के बीच एक-एक वोट की लड़ाई बिलकुल क्रिकेट के खेल जैसी है. इन सभी राज्यों में पार्टियों ने अपने-अपने विधायकों को होटल या अन्य किसी सुरक्षित जगहों पर ठहराया गया था. ताकि कोई भी दूसरा दल इनको बरगला न सके.
राजस्थान में चार सीटों के लिए मतदान है. इसके लिए कांग्रेस (Congress) से तीन उम्मीदवार मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला और प्रमोद तिवारी मैदान में हैं. वहीं दूसरी ओर निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा भी मैदान में हैं, जिन्हें भाजपा (BJP) का समर्थन है. कांग्रेस के पास खुद के 108 विधायक हैं. इसके अलावा आरएलडी के सुभाष गर्ग का समर्थन भी है. 13 निर्दलीय, दो सीपीएम और दो बीटीपी (BTP) विधायकों के भी कांग्रेस का साथ देने की उम्मीद है. ऐसे में कांग्रेस का 126 विधायकों के समर्थन का दावा है. कांग्रेस को अपने तीनों उम्मीदवारों के लिए 123 विधायकों के वोट चाहिए. अभी जो स्थिति है, उसमें विधायकों के वोट अगर इधर-उधर हुए तो कांग्रेस के तीसरे उम्मीदवार की हार हो सकती है. हालांकि सीएम अशोक गहलोत का दावा है कि पार्टी राज्य की तीनों ही सीटों पर जीत दर्ज करेगी.
महाराष्ट्र (Maharashtra) में राज्यसभा की छह सीटों पर चुनाव होना है. इसमें कांग्रेस और एनसीपी (NCP) के पास एक-एक सीट जीतने के लिए पर्याप्त संख्या है. वहीं, भाजपा (BJP) के पास दो सीटों के लिए पर्याप्त विधायक हैं. शिवसेना के पास भी एक उम्मीदवार को राज्यसभा भेजने के लिए पर्याप्त संख्या है. हालांकि पेंच एक सीट पर फंस गया है. शिवसेना को अपने दूसरे उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. उसे अपने दूसरे उम्मीदवार को राज्यसभा पहुंचाने के लिए अपने सहयोगियों और अन्य निर्दलीय उम्मीदवारों से 30 और वोटों की जरूरत है. यहां छठवीं सीट पर जीत का चाबी 29 विधायकों के हाथ में हैं. इनमें 13 निर्दलीय हैं और 16 विधायक छोटे दलों से आते हैं. हालांकि खबर ये भी है की औवेसी की पार्टी AIMIM अब महाविकास अघाड़ी का समर्थन कर सकती है.
हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों के लिए चुनाव होना है. पहले माना जा रहा था कि एक सीट बीजेपी और दूसरी कांग्रेस के खाते में जाएगी. लेकिन कार्तिकेय शर्मा के निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खड़े हो जाने से कांग्रेस के दूसरे उम्मीदवार अजय माकन के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है. हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मोर्चा संभाल रखा है. लेकिन कांग्रेस के सामने बड़ी मुश्किल ये है कि पार्टी के विधायक कुलदीप शर्मा निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा के ससुर हैं. वहीं इनेलो के विधायक अभय चौटाला ने साफ कहा है कि उनका वोट कार्तिकेय शर्मा को जाएगा क्योंकि उनके पारिवारिक रिश्ते हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर कार्तिकेय शर्मा किसी पार्टी से होते तो वो समर्थन नहीं करते.
कर्नाटक में चार सीटों पर राज्यसभा चुनाव है. 224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए 45 विधायक चाहिए. ऐसे में दो सीटों पर बीजेपी और एक सीट पर कांग्रेस जीतती दिख रही है. कांग्रेस के पास विधासभा में 70 विधायक हैं पर उसने दो उम्मीदवार जयराम रमेश और मंसूर अली खान को मैदान में उतार दिया है. ऐसे में काग्रेस को दूसरी सीट के लिए 20 और वोट चाहिए. बीजेपी के पास 121 विधायक हैं. पार्टी ने निर्मला सीतारमण, कन्नड़ फिल्म अभिनेता जग्गेश और लहर सिंह को उम्मीदवार बनाया है. इसलिए बीजेपी को भी 14 और वोटों की जरूरत है. जेडीएस के 32 विधायक हैं. उसने भी डी कुपेंद्र रेड्डी को मैदान में उतारा है. रेड्डी को 13 और विधायकों का समर्थन चाहिए.
बता दें कि राज्यसभा चुनाव के तहत 15 राज्यों में कुल 57 सीटों पर चुनाव थे लेकिन नामांकन वापसी के अंतिम दिन तक 41 सदस्य निर्विरोध चुने जा चुके हैं. ऐसे में अब केवल 16 सीटों पर चुनाव है. जिन सीटों पर चुनाव हो रहे हैं उनपर पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, कांग्रेस नेता जयराम रमेश, रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन, संजय राउत, शिवसेना और एनसीपी के प्रफुल पटेल जैसे नेता मैदान में हैं.