RajyaSabha Election: राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग से ठीक एक दिन पहले एनसीपी (NCP) को झटका लगा है. दरअसल, जेल में बंद पार्टी के दो विधायक नवाब मलिक (MLA Nawab Malik) और पूर्व मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) की उस अर्जी को कोर्ट ने खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने 10 जून को राज्यसभा चुनाव में मतदान करने के लिए एक दिन की जमानत देने का अनुरोध किया था. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देशमुख और मलिक की अर्जियों का यह कहते हुए विरोध किया था कि जन प्रतिनिधित्व कानून के तहत कैदियों का कोई मताधिकार नहीं होता है.
कोर्ट का यह फैसला राज्यसभा चुनाव से पहले काफी महत्वपूर्ण हो गया है. क्योंकि राज्यसभा चुनाव में एक-एक वोट काफी महत्वपूर्ण है. ऐसे माना जा रहा है कि दोनों नेताओं की गैरमौजूदगी में अगर राज्यसभा चुनाव हुआ तो यह काफी दिलचस्प हो सकता है. दरअसल, महाराष्ट्र में राज्यसभा की छह सीटों पर शुक्रवार को चुनाव होना है. लेकिन सात उम्मीदवारों के नामांकन के बाद यह चुनाव अलग मोड़ पर आ गया है. सत्तारूढ़ शिवसेना ने दो उम्मीदवार संजय राउत और संजय पवार को मैदान में उतारा है. विपक्षी बीजेपी ने तीन उम्मीदवारों को उतारा है- केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अनिल बोंडे और धनंजय महादिक. सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस ने एक-एक उम्मीदवार प्रफुल्ल पटेल और इमरान प्रतापगढ़ी को नामित किया है.
गौरतलब है कि मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय द्वारा फरवरी में गिरफ्तारी के बाद से महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक जेल में हैं. वहीं, राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख भी मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में फिलहाल जेल में हैं. ऐसे में इन दो विधायकों का वोट एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस के लिए बेहद अहम माना जा रहा है. अगर पार्टी के ये दोनों नेता वोट नहीं कर पाते हैं तो सत्ता की हसयोगी पार्टियों का राज्यसभा चुनाव में खेल बिगड़ सकता है.