रामचरित मानस (Ramcharit Manas) को लेकर विवाद अब गहराता जा रहा है. बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश में रामचरित मानस पर राजनीति तेज हो गयी है. अखिल भारतीय ओबीसी महासभा ने एसपी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) का समर्थन किया है और मानस की प्रतियों को जलाकर विरोध जताया. इस मामले में पुलिस ने स्वामी प्रसाद मौर्य समेत करीब 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है. आपको बता दें कि लखनऊ के वृंदावन योजना में अंबेडकर पार्क के गेट पर सभी लोग एकत्रित हुए थे.इस दौरान रामचरित मानस की कुछ चौपाइयों को लेकर खूब बयानबाजी हुई.
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ओबीसी महासभा ने कहा, ‘श्रीरामचरित मानस (Ramcharit Manas) में नारी शक्ति, शूद्र, दलित समाज और ओबीसी समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां है. हम लोग इन टिप्पणियों को श्रीरामचरित मानस से निकलवाना चाहते हैं. जब तक सभी टिप्पणियां नहीं निकाली जाएंगी, हम सभी ऐसे ही प्रदर्शन करते रहेंगे. जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने कहा, ‘जब दुनिया चांद पर जा रही है और आगे बढ़ रही है तो कुछ लोग 85 फीसदी समाज को पीछे ले जाना चाह रहा है. ऐसे 15 फीसदी लोग हैं. कई सदियों से वो पीछे लेकर जा रहा है. इस ग्रंथ में सर्व समाज को मूर्ख बनाया गया है.’