RSS Support Adani Group: हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट सामने आने के बाद से संकट में घिरे अडानी ग्रुप को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का साथ मिला है. RSS के मुखपत्र में अडानी के बचाव में आर्टिकल प्रकाशित हुआ है. ऑर्गनाइजर (RSS Mouthpiece Organiser) में लिखा गया है कि एक वामपंथी लॉबी है जो अडानी के पीछे पड़ी हुई है. हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर लेख में कहा गया है कि अडानी के खिलाफ ये सुनियोजित साजिश है.
संघ के मुखपत्र में लिखा गया है कि ये हमला बहुत कुछ वैसा ही है जैसा भारत विरोधी जॉर्ज सोरोस ने बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक ऑफ थाईलैंड पर किया था और उन्हें बर्बाद कर दिया था. शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद भारतीयों की एक लॉबी ने अडानी के खिलाफ एक निगेटिव माहौल तैयार किया. इस लॉबी में वामपंथी विचारधारा से जुड़े देश की कुछ नामचीन प्रोपगेंडा वेबसाइट और एक बड़े वामपंथी नेता की पत्रकार पत्नी शामिल हैं.
ऑर्गनाइजर में लिखा गया कि ये हमला 25 जनवरी 2023 (इसी दिन हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आई थी) को शुरू नहीं हुआ, बल्कि इसकी शुरुआत ऑस्ट्रेलिया से साल 2016-17 में तब हुई थी जब अडानी की इमेज खराब करने के लिए ऑस्ट्रेलिया में एक NGO ने वेबसाइट शुरू की थी.
पर्यावरण का पक्षधर माना जाने वाला NGO बॉब ब्राउन फाउंडेशन (BBF) adaniwatch.org नाम से वेबसाइट चलाता है. इसकी शुरुआत ऑस्ट्रेलिया में अडानी के कोयला खनन प्रोजेक्ट के विरोध से हुई थी लेकिन यह दूर दूर तक अडानी से जुड़े कामों के बारे में भी छापने लगा. इसका एकमात्र मकसद अडानी ब्रैंड को नुकसान पहुंचाना है.
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