बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस (Baba Farid University of Health Sciences, Faridkot) के वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर ने पद से इस्तीफा दे दिया है. पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौरामाजरा (Chetan Singh Jauramajra) ने एक दिन पहले अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था और गंदे गद्दे देखकर भड़क गए थे. उन्होंने गंदे गद्दे पर ही वाइस चांसलर को लिटवा दिया था.
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जौरामाजरा ने अचानक गुरू गोविंद सिंह मेडिकल हॉस्पिटल का दौरा किया था. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने इंफ्रास्ट्रक्चर और व्यवस्था का जायजा भी लिया. हालांकि, वह पेशेंट्स के लिए बिछाए गए गंदे गद्दों को देखकर भड़क गए. उन्होंने वाइस चांसलर से बुरी हालत वाले इन्हीं गद्दों पर लेटने को कहा.
मंत्री ने कहा- सबकुछ आपके हाथ में है, लेकिन ये क्या है? स्वास्थ्य मंत्री ने न सिर्फ वाइस चांसलर को गद्दे पर लिटवाया बल्कि उन्हें फटकार भी लगाई. इस दौरान भारी संख्या में नेताबल और पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे.
बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (बीएफयूएचएस) के कुलपति राज बहादुर को एक अस्पताल में गंदे गद्दे पर लेटने के लिए मजबूर करने की वजह से पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौरामाजरा को चौतरफा आलोचना का सामना करना पड़ा था.
कथित घटना के बाद राज बहादुर (71 वर्षीय) ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से उन्हें सेवा-मुक्त करने का अनुरोध किया. इंटरनेट पर वायरल घटना के एक वीडियो में दिख रहा है कि जौरामाजरा अस्पताल के त्वचा विभाग में रखे एक गद्दे की “खराब स्थिति” की ओर इशारा करते हुए सर्जन बहादुर के कंधे पर हाथ रखकर उन्हें उसी गद्दे पर लेटने के लिए मजबूर कर रहे हैं. वीडियो में कुलपति स्वास्थ्य मंत्री को समझाते हुए दिखाई दे रहे हैं कि वह इन सुविधाओं के लिए जिम्मेदार नहीं हैं, जिस पर आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने कहा, “सब कुछ आपके हाथ में है.”
घटना के बाद कुलपति ने कथित तौर पर मुख्यमंत्री भगवंत मान से कहा कि वह ऐसे माहौल में काम नहीं कर सकते और उन्हें सेवाओं से मुक्त किया जाए. कुलपति ने शनिवार को बताया, मंत्री की ओर से किए गए इस तरह के व्यवहार से वह अपमानित महसूस कर रहे हैं.
कुलपति के पद से इस्तीफा देने के सवाल पर उन्होंने कहा, “मैंने मुख्यमंत्री को अपनी पीड़ा व्यक्त की है और कहा है कि मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं.” सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने घटना पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए जौरामाजरा से बात की है. मान ने बहादुर को अगले सप्ताह उनसे मिलने के लिए भी कहा.
इस बीच, मंत्री को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) सहित विभिन्न हल्कों से आलोचना का सामना करना पड़ा. पंजाब में डॉक्टरों की संस्था पीसीएमएस एसोसिएशन ने भी बयान जारी कर कुलपति के साथ किए गए कथित “अभद्र व्यवहार” की कड़ी निंदा की. विपक्षी दलों ने भी इसे लेकर राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है.
पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने उक्त मामले के संबंध में ट्वीट किया, “पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री जौरामाजरा का डॉक्टर राज बहादुर के साथ अपमानजनक व्यवहार बेहद निंदनीय है. मंत्री को उनसे माफी मांगनी चाहिए.”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने एक ट्वीट में कहा, “स्वास्थ्य मंत्री ने बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. राज बहादुर के साथ जिस तरह का व्यवहार किया है, वह बिल्कुल अनुचित है. मुख्यमंत्री भगवंत मान को मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.” शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा मंत्री का व्यवहार “निंदनीय” है.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता सुनील जाखड़ ने एक ट्वीट में कहा, “बहुत दुख की बात है कि डॉ राज बहादुर (एसआईसी) ने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन उन्होंने वह किया है, जो कोई भी स्वाभिमानी व्यक्ति करेगा.”
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(पीटीआई से प्राप्त जानकारी के साथ)